Bihar News: गोपालगंज में NIA की ताबड़तोड़ छापामारी, माधोपुर में ट्रेवेल एजेंट का घर 6 घंटे खंगाला
Gopalganj NIA Raid जांच एजेंसी NIA ने मानव तस्करी और साइबर ठगी के मामले में कंबोडिया कनेक्शन को लेकर छापेमारी की। गुरुवार को छह जगहों पर दबिश देने के बाद शुक्रवार को एनआइए की टीम ने माधोपुर बाजार में एक एजेंट के घर पर छापेमारी की। एजेंट से पूछताछ की गई और उसके घर को छह घंटे तक खंगाला गया।

जागरण संवाददाता, गोपालगंज। Gopalganj News: मानव तस्करी व साइबर ठगी के कंबोडिया कनेक्शन को लेकर गुरुवार को दिन से रात तक छह जगहों पर दबिश के बाद शुक्रवार की शाम एनआइए की टीम ने जिले के माधोपुर थाना क्षेत्र के माधोपुर बाजार में छापेमारी की। यहां भी लोगों को विदेश भेजने वाले एक एजेंट के घर को छह घंटे तक खंगाला गया। उससे पूछताछ भी की गई। इस दौरान एनआइए की टीम के साथ स्थानीय पुलिस भी रही। पुलिस ने इस संबंध में कुछ भी बताने से इन्कार किया, ना ही एजेंट का नाम बताया।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार मानव तस्करी व साइबर ठगी की दो शिकायतें साइबर व नगर थाने में दर्ज होने के बाद एनआइए ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। पूरे जिले भर में संचालित टूर एंड ट्रेवेल एजेंसी एवं युवाओं को विदेश में रहने योग्य बनाने को खुले टेस्ट एंड ट्रेनिंग सेंटरों की सूची तैयार कर ली गई है। एक-एक कर सबकी गतिविधियां खंगाली जा रही है। इससे पहले गुरुवार को सबसे आखिर में एनआइए की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मांझागढ़ थाना क्षेत्र के सिपाह खास गांव में दबिश दी थी।
यहां रात में लगभग छह घंटे तक टूर एंड ट्रेवेल्स एजेंसी संचालक रंजन मांझी से बंद कमरे में पूछताछ की। इसके बाद उसका मोबाइल जब्त कर साथ लेती गई। मोबाइल का काल डिटेल एवं अन्य डेटा से एनआइए देश-विदेश के संपर्क सूत्रों का पता करेगी। गुरुवार को ही आर्यनगर में अरबियन टूर एंड ट्रेवेल्स के संचालक सुनील कुमार के घर से 36 लाख रुपये नकद व कई पासपोर्ट जब्त किए थे। वहीं हथुआ थाना के महैचा गांव के ट्रैवेल एजेंट दिवाकर सिंह के पास से दो मोबाइल व दो डायरी जब्त की थी।
नौकरी का झांसा देकर विदेश में बेचने का आरोप
आरोप है कि विदेश में नौकरी का झांसा देकर स्थानीय टूर एंड ट्रेवेल एजेंसी के संचालक व एजेंट बेरोजगार युवकों को कंबोडिया में साइबर ठगी करने वाले गिरोह के हाथों बेच देते हैं। इस तरह के दो मामलों में साइबर व नगर थाने में शिकायत दर्ज हो चुकी है। पीड़ितों में हथुआ थाना क्षेत्र के हथुआ निवासी शुभम कुमार एवं कुचायकोट थाना के करमैनी मोहब्बत गांव निवासी संजीत कुमार शामिल हैं।
शुभम को कंबोडिया में साइबर ठगी से इन्कार पर बिजली के झटके देकर प्रताड़ित किया गया था। इसके बाद चीनी मूल के सरगना ने उसकी सेवा के बदले एजेंट को दो हजार डालर का भुगतान करने की बात बताई थी। अंतत: शुभम के घर वालों ने एजेंट के माध्यम से भारतीय मुद्रा में एक लाख रुपये का भुगतान किया, तब शुभम की स्वदेश वापसी हो सकी थी।
इसी तरह संजीत कुमार कंबोडिया में पाकिस्तानी मूल के सरगना के चंगुल में फंस गया था। वहां उसने कुछ माह कंप्यूटर आपरेटर की नौकरी भी की, जब उनकी साइबर ठगी के बारे में पता चला तो काम करने से इन्कार कर दिया था। उसे भी दो हजार डालर में बेचा गया था। जिसके भुगतान के बाद उसे मुक्त किया गया था।
मानव तस्करी मामले में गुरुवार को भी हुई थी छापामारी
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को भी गोपालगंजजिले के पांच अलग-अलग जगहों पर एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम ने स्थानीय थाना की पुलिस के साथ छापेमारी करते हुए करीब 36 लाख नकद, दो मोबाइल व अन्य कागजात को बरामद किया। इस दौरान विदेश भेजने के नाम पर लोगों को कंबोडिया भेजने के बाद साइबर ठगी व मानव तस्करी कराने के आरोप की जांच भी एनआईए ने की।
वहीं दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद एनएआईए की टीम ने उन्हें छोड़ दिया। एनआइए की टीम बुधवार की रात से ही जिले में पहुंच गई थी। साथ ही गुरुवार की सुबह से लेकर शाम तक जांच करती रही। एनआइए की छापेमार से टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसी संचालकों में हड़कंप मच गया।
जगह-जगह फैला मानव तस्करी का जाल
जानकारी के अनुसार, हथुआ थाना क्षेत्र के हथुआ निवासी शुभम कुमार को बीते 29 अक्टूबर 2023 को विदेश भेजने के लिए मीरगंज थाना क्षेत्र के कवलहाता गांव निवासी अशोक सिंह के पुत्र अर्जुन कुमार सिंह से बातचीत हुई। अर्जुन कुमार सिंह ने अपने पिता अशोक सिंह को विदेश भेजने वाला एजेंट बताते हुए एक नवंबर 2023 को एक लाख 50 हजार रुपये में डील फाइनल की। तय रकम देने के बाद 27 नवंबर को शुभम कुमार को कोलकाता से फ्लाइट की मदद से कंबोडिया में बिल्ला नामक जगह पर भेज दिया गया।
वहां मुन्ना सिंह नामक एक व्यक्ति ने शुभम कुमार को डीजी ग्रुप में कार्य कर रहे चाइनीज लोगों के साथ में सौंप दिया। वहां कंप्यूटर आपरेटर के नाम पर भारतीय लोगों से फोन कर पैसे की ठगी करने का कार्य किया जाता था। सब कुछ देखकर शुभम कुमार ने यह कार्य करने से मना कर दिया। इसके बाद उन्हें बिजली का शार्ट देने के साथ ही चाइनीज लोगों ने उनसे कहा कि तुम्हारे एजेंट ने दो हजार डालर लेकर तुमको भेजा है। अगर घर जाना चाहते हो तो पैसा वापस करो। इसके बाद शुभम कुमार ने स्वजन को इसकी जानकारी दी।
साथ ही एजेंट अशोक सिंह के पुत्र अर्जुन कुमार सिंह से बात की गई तो अर्जुन ने पैसा की डिमांड की। इसके बाद जैसे-तैसे कर एक लाख का प्रबंध कर एजेंट को भेजने का कार्य किया। एजेंट ने पैसा लेने के बाद कंबोडिया में रहने वाले मुन्ना सिंह को फोन कर शुभम को भारत भेजने के लिए बोला। इसके बाद पासपोर्ट चाइनीज लोगों ने रख लिया। वहीं एजेंट पर दबाव बनाए जाने के बाद पासपोर्ट वापस मिला। 25 दिसंबर को घर लौटने के बाद शुभम कुमार ने गोपालगंज साइबर थाना में अशोक सिंह, अशोक सिंह के दोनों पुत्र अर्जुन कुमार सिंह व दीपक कुमार सिंह के अलावा मुन्ना सिंह उर्फ आनंद कुमार सिंह व अभिरंजन कुमार पर प्राथमिकी कराई।
साइबर ठगी का भी मामला आ रहा सामने
वहीं शुभम ने आरोप लगाया कि मानव तस्करी के साथ ही भारत के लोगों से साइबर ठगी कराने का कार्य किया जाता है। पूरे मामले में साइबर थाने की पुलिस कुछ भी बताने से इन्कार कर रही है। उधर, मामला मानव तस्करी व साइबर ठगी से जुड़े होने के बाद एनआइए की टीम ने सूचना के आधार पर हथुआ थाना क्षेत्र के महैचा गांव निवासी विदेश भेजने वाले एजेंट दीवाकर सिंह के घर छापेमारी कर दो मोबाइल व दो डायरी को बरामद कर लिया। साथ ही दीवाकर सिंह के दो स्वजन को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद टीम ने उन्हें छोड़ दिया।
दिवाकर सिंह को पटना दफ्तर बुलाया गया
दिवाकर सिंह को पांच दिसंबर को पटना कार्यालय में बुलाया गया है। एनआइए की टीम ने मीरगंज थाना क्षेत्र के कवलहाता गांव निवासी अशोक सिंह के घर पहुंच कर जांच की। वहीं करीब छह घंटे तक हथुआ व मीरगंज में जांच करने बाद एनआइए की टीम ने नगर थाना अंतर्गत गोपालगंज शहर के आर्य नगर मोहल्ले में पहुंच कर छापेमारी की। एनआइए की टीम ने अरेबियन टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसी के संचालक सुनील कुमार के घर पर छापेमारी करते हुए 36 लाख नकद, पासपोर्ट आदि को बरामद किया। इसके साथ ही एनआइए की टीम ने सिनेमा रोड स्थित अरबियन टूर एंड ट्रेवल्स में भी छापेमारी की।
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