Bihar MGNREGA Yojana: बिहार में मनरेगा का हाल बेहाल, 9 महीनों में महज 150 लोगों को ही मिला 100 दिन का काम
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम (मनरेगा) के तहत ग्रामीण परिवार के व्यस्क सदस्य को 100 दिनों का रोजगार दिया जाना है लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। गोपालगंज जिले के 14 प्रखंडों में केवल 150 लोगों को 100 दिनों का काम मिला। वहीं एक प्रखंड ऐसा भी था जहां किसी को भी 100 दिनों का काम नही मिल सका।

जागरण संवाददाता, गोपालगंज। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम (मनरेगा) के आंकड़े ही विभाग को आइना दिखाने के लिए काफी हैं। इस योजना की शुरुआत के पीछे सरकार की मंशा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कम से कम 100 दिनों का रोजगार दिलाना रहा है, लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और ही नजर आ रही है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले 275 दिनों (नौ माह) में विभाग ने महज 150 लोगों को ही 100 दिनों का काम उपलब्ध कराया है। जिले के 14 प्रखंडों में एक प्रखंड ऐसा भी है, जहां एक भी व्यक्ति को सौ दिनों का काम नहीं मिल सका है।
3,43,596 लोगों को मिला जॉब कार्ड
आंकड़ों के अनुसार, इस योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बेरोजगार 3,43,596 लोगों के जॉब कार्ड बनाए गए हैं।
इस कार्ड के माध्यम से ही काम दिया जाता है। योजना मद में पर्याप्त राशि भी उपलब्ध है। इसके बावजूद बेरोजगारों के समक्ष रोजगार के लाले पड़े हुए हैं।
एक ही दशा प्रत्येक प्रखंड की है। ऐसी स्थिति तब भी रही जब 64 हजार लोगों ने काम की मांग की। जिले के कुचायकोट प्रखंड में सबसे अधिक वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में 60 लोगों को सौ दिनों का काम उपलब्ध कराया गया है।
कटेया में किसी को नहीं मिला सौ दिन काम
सरकारी स्तर पर तमाम प्रयास के बाद भी जिले के 14 में से कटेया प्रखंड में किसी भी व्यक्ति को सौ दिन का काम नहीं मिला।
जिले के विजयीपुर में मात्र एक, थावे व फुलवरिया प्रखंड में मात्र दो तथा बैकुंठपुर, बरौली, उचकागांव तथा भोरे प्रखंड में मात्र तीन-तीन लोगों को सौ दिनों का काम मिल सका है।
इनके अलावा गोपालगंज प्रखंड में भी इस साल अबतक मात्र चार लोगों को सौ दिनों का काम मिल सका है।
वर्ष 2023-24 में 350 लोगों को मिला था सौ दिन काम
सौ दिन का काम देने के मामले में ग्रामीण विकास विभाग पूरी तरह से फिसड्डी रहा है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में इस अवधि में 350 लोगों को सौ दिनों का काम मिला था। इस अवधि में 2022-23 में 118 लोगों को सौ दिनों का काम उपलब्ध कराया गया था।
कहां-कितने लोगों को मिला सौ दिनों काम
कहां | कितने लोगों को मिला काम |
बैकुंठपुर | 03 |
बरौली | 03 |
भोरे | 03 |
विजयीपुर | 01 |
गोपालगंज | 04 |
हथुआ | 45 |
कटेया | 00 |
कुचायकोट | 60 |
मांझा | 06 |
पंचदेवरी | 15 |
फुलवरिया | 02 |
सिधवलिया | 03 |
थावे | 02 |
उचकागांव | 03 |
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