गुरुआ के गायत्री महायज्ञ में पहुंचे विधानसभा स्पीकर प्रेम कुमार, वैदिक मंत्रोच्चार के बीच की पूजा-अर्चना
गुरुआ में गायत्री महायज्ञ का समापन हुआ, जिसमें बिहार विधानसभा के स्पीकर प्रेम कुमार शामिल हुए। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की और क्ष ...और पढ़ें

गुरुआ के गायत्री महायज्ञ में पहुंचे विधानसभा स्पीकर प्रेम कुमार
संवादसूत्र, गुरुआ (गया)। गुरुआ बाजार स्थित गायत्री मंदिर प्रांगण में आयोजित नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ गुरुवार को श्रद्धा, आस्था और वैदिक परंपरा के संग भव्य रूप से संपन्न हुआ। इस महायज्ञ के समापन समारोह में बिहार विधानसभा के स्पीकर प्रेम कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत पूजा-अर्चना की और यज्ञ में आहुति देकर क्षेत्र की सुख-समृद्धि, शांति और कल्याण की कामना की।
महायज्ञ स्थल पर पहुंचते ही स्पीकर प्रेम कुमार का आयोजकों और स्थानीय श्रद्धालुओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। यज्ञशाला में आचार्यों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ हवन और दीप यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। पूरे परिसर में धूप, दीप और मंत्रों की गूंज से भक्तिमय वातावरण बना रहा।
समारोह को संबोधित करते हुए विधानसभा स्पीकर प्रेम कुमार ने कहा कि गायत्री महायज्ञ जैसे आध्यात्मिक आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों को संस्कार, सद्भाव और नैतिक मूल्यों के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने आयोजन समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आज के समय में समाज को आध्यात्मिक चेतना और नैतिक दिशा की सबसे अधिक आवश्यकता है।
स्पीकर ने कहा कि गायत्री मंत्र मानव जीवन को सद्मार्ग पर ले जाने का आधार है। इससे मन, बुद्धि और आत्मा की शुद्धि होती है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस प्रकार के आयोजन सामाजिक एकता को मजबूत करते हैं और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देते हैं।
महायज्ञ के दौरान वैदिक विधि से नौ कुंडों में हवन किया गया। दीप यज्ञ के दौरान श्रद्धालुओं ने हाथों में दीप लेकर शांति और कल्याण की प्रार्थना की। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सक्रिय सहभागिता ने आयोजन को और भी भव्य बना दिया।
इस अवसर पर अधिवक्ता चंदन सिंह, कवि पांडे, आलोक अग्रवाल, आकाश कुमार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। आयोजन समिति ने अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए सफल आयोजन के लिए सहयोग देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया।
गायत्री महायज्ञ के समापन के साथ ही क्षेत्र में आध्यात्मिक चेतना और धार्मिक उत्साह का वातावरण देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने आयोजन को स्मरणीय बताते हुए भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की निरंतरता की कामना की।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।