E-Pind Daan Gaya: पितृपक्ष में ई-पिंडदान से घर बैठे कर सकेंगे कर्मकांड, 23 हजार रुपये आएगा खर्च; बुकिंग शुरू
पितृपक्ष में कर्मकांड के लिए बिहार पर्यटन विभाग ने ई-पिंडदान की व्यवस्था शुरू की है। अब लोग घर बैठे ही पितृपक्ष में अपने पूर्वजों के मोक्ष के लिए पिंडदान कर सकेंगे। विभाग ने इसके लिए ई-पिंडदान ऐप लॉन्च की है। पिंडदान के लिए बुकिंग भी शुरू हो गई है। ई-पिंडदान के लिए 23 हजार रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।

नीरज कुमार, गया। Gaya E-Pind Daan App आगामी 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक गयाजी में पितृपक्ष मेला लगेगा। इस एक पखवाड़े में यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में पिंडदानी पूर्वजों को मोक्ष की कामना लेकर कर्मकांड करने आते हैं। पर्यटन विभाग ने पिंडदानियों की सुविधा के लिए ई-पिंडदान ऐप तैयार किया है।
इसके माध्यम से आप घर बैठे ऑनलाइन पिंडदान कर सकते हैं। ई-पिंडदान के लिए 23 हजार रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। इस शुल्क में हर वो कर्मकांड कराए जाएंगे, जो गयाजी आने के बाद लोग संपन्न कराते हैं। पर्यटन निगम की वेबसाइट पर ई-पिंडदान का पैकेज लॉन्च कर दिया गया है। विदेशों से बुकिंग भी प्रारंभ हो गई है।
ई-पिंडदान के शुल्क संबंधित जानकारी पढ़ें
ई-पिंडदान का मूल शुल्क 21 हजार 500 रुपये हैं। इसके अतिरिक्त पर्यटन निगम 1429 रुपये सेवा शुल्क लेगा, इसमें पांच प्रतिशत जीएसटी 71 रुपये है। पूरा शुल्क जोड़कर 23 हजार रुपये है।
कैसे होगा कर्मकांड?
ई-पिंडदान ऐप पर सबसे पहले विष्णुपद मंदिर में धार्मिक प्रक्रियाएं कराई जाएंगी। इसके बाद अक्षयवट, मोक्षदायिनी फल्गु नदी पिंडवेदी पर कर्मकांड होगा। शुल्क में पंडित, गयापाल पुरोहित, पूजन सामग्री, अन्य पुरोहित की दक्षिणा आदि सम्मलित है। पिंडदान के सभी स्थलों के चित्र व वीडियो पेन ड्राइव में उपलब्ध कराए जाएंगे।
इस खाते में जमा होगा शुल्क
राज्य पर्यटन निगम की ओर से ई-पिंडदान का शुल्क जमा करने को लेकर खाता नंबर जारी किया है। बीएसटीडीसी ट्रेवल्स ट्रेड का बैंक एचडीएफसी पटना है। खाता संख्या 50100339205415, आइएफएससी कोड एचडीएफसी 0000332 है।
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