ABTO: गया में पर्यटन की असीम संभावनाएं, घरेलू पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रचार-प्रसार जरूरी
इंटरनेशनल बुद्धिस्ट टूर ऑपरेटर एसोसिएशन का तीसरा इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस और इंटरनेशनल बुद्धिस्ट ट्रैवल मार्ट संपन्न हो गया। पर्यटन मंत्रालय के सहायक महान ...और पढ़ें

जेएनएन, बोधगया(गया)। इंटरनेशनल बुद्धिस्ट टूर ऑपरेटर एसोसिएशन (ABTO) का तीसरा इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस (Third International Conferance) और इंटरनेशनल बुद्धिस्ट ट्रैवल मार्ट संपन्न हो गया। कॉन्फ्रेंस में एसोसिएशन के सदस्यों ने कई विषयों पर मंथन किया। इसमें घरेलू व अंतरराष्ट्रीय पर्यटन, कोरोना के कारण पड़े प्रभाव समेत अन्य मुद्दे शामिल थे। कहा गया कि इसका असर कोरोना काल समाप्त होने पर दिखेगा।
आपसी समन्वय (Mutual Coordination) बनाकर करें काम
पर्यटन मंत्रालय के सहायक महानिदेशक नीरज शरण में काॅन्फ्रेंस के समापन सत्र में कहा कि गया व बोधगया में पर्यटन (Tourism) की असीम संभावनाएं हैं। घरेलू पर्यटकों (Domestic Tourists) को आकर्षित करने के लिए चर्चित और धार्मिक स्थलों का प्रचार-प्रसार करें। टूरिज्म सेक्टर और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के स्टेकहोल्डर आपसी समन्वय बना कर काम करें।
पर्यटन की दीर्घकालीन संभावनाओं (Long Term Prospects) पर मंथन
कॉन्फ्रेंस में पर्यटन की दीर्घकालीन संभावनाओं और पर्यटन स्थल पर जन सुविधाओं की कमी, कोरोना काल में बेरोजगारी से जूझ रहे गाइडों की स्थिति सहित अन्य मुद्दों पर व्यापक रूप से मंथन किया गया। इसमें कई देशों के प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की। वहीं एबीपीओ की दो वर्षीय कमेटी के लिए नए सदस्यों की घोषणा भी समापन सत्र में की गई। इसमें सुप्रीम काउंसिल महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया के महासचिव, मुख्य संरक्षक पर्यटन मंत्रालय के पूर्व सचिव और अध्यक्ष के रूप में नव नालंदा महाविहार के पूर्व कुलपति सहित अन्य का नाम शामिल है।
बता दें कि समापन सत्र के कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः भगवान बुद्ध की साधना स्थली प्रागबोधि पहाड़ी से बौद्ध पथ से होते हुए सुजाता स्तूप और महाबोधि मंदिर तक हेरिटेज वॉक से की गई। इसमें एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने हिस्सा लिया और बौद्ध पथ के रास्ते में हृदय योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों को भी देखा। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम की शुरुआत गुरुवार को की गई थी। केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने इसका शुभारंभ किया था।

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