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    India Freedom Struggle: 13 अगस्‍त 1942 को चार क्रांतिवीरों ने सासाराम में फहराया था तिरंगा

    By Sumita JaiswalEdited By:
    Updated: Sun, 15 Aug 2021 12:48 PM (IST)

    अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में बिहार के सासाराम जिले के चार वीर सपूतों ने भी अपनी सहभागिता निभाते हुए शहादत दी थी। आज भी शहर के धर्मशाला चौक पर बना ग ...और पढ़ें

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    राेहतास में धर्मशाला चौक स्थित गांधी स्‍मारक, जहां दर्ज हैं इन क्रांतिवीरों के नाम। जागरण फोटो।

    सासाराम : रोहतास, जागरण संवाददाता। अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में जिले के चार वीर सपूतों ने भी अपनी सहभागिता निभाते हुए शहादत दी थी। आज भी शहर के धर्मशाला चौक पर बना गांधी स्मारक इन वीर सपूतों की वीरता की याद दिलाता रहता है। स्मारक पर कउपा गांव के शहीद जैराम सिंह, सासाराम के महंगू राम व जगन्नाथ राम और बचरी गांव के जगदीश प्रसाद के नाम अंकित हैं। इन्हें हर राष्ट्रीय दिवस पर लोग श्रद्धांजलि दे कर नमन करते हैं।

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    इतिहासकार डा श्यामसुंदर तिवारी बताते है कि 13 अगस्त 1942 को अंग्रेजी हुकूमत की सारी सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए शहर के टाउन हाई स्कूल (शेरशाह इंटरस्तरीय स्कूल) के क्रांतिकारी छात्र दरगाही राम ने दीवानी न्यायालय पर तिरंगा फहरा दिया था। तिरंगा फहराने की योजना के एक दिन पूर्व यानि 12 अगस्त की रात छात्रों ने गुप्त स्थान पर इसकी रणनीति बनाई थी। इसके बाद अंग्रेजी प्रशासन ने क्रांतिकारियों के आंदोलन को कुचलने के लिए दानापुर से अंग्रेजी पुलिस को लाकर सड़क पर उतार दिया।

    टाउन हाई स्कूल के छात्रावास से शुरू हुआ था आंदोलन :

    वर्ष 1942 के नौ अगस्त से अंग्रेजों के खिलाफ शुरू किए अगस्त क्रांति आंदोलन का आरंभ स्थानीय शेरशाह सूरी इंटर स्तरीय विद्यालय के छात्रावास से हुआ था।हाई स्कूल के फाटक पर सूर्यमल, तारा सिंह, जगदीश प्रसाद, निरंतर सिंह, रामनाथ रस्तोगी तथा इंद्र दमन पाठक आदि के नेतृत्व में छात्रों ने धरना देकर स्कूल बंद रखा। इस दौरान एसडीओ मार्टिन ने भीड़ पर लाठी चार्ज करा दिया। भीड़ के विरोध के आगे बेबस एसडीओ ने फायरिंग करानी शुरू कर दी ,जिसमे बचरी निवासी जगदीश प्रसाद नामक विद्यार्थी को गोली लग गई।घायल जगदीश प्रसाद ने कुछ दिन बाद इलाज के क्रम में ही अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसी समय शिवसागर प्रखंड के नींव निवासी जयनारायण सिंह उर्फ जई सिंह के नेतृत्व में सासाराम टाउन हाई स्कूल में आजादी के दीवानों की बैठक हो रही थी, जिसे एसडीओ मार्टिन ने फौज के साथ आकर घेर लिया और उन्हें पटना कैम्प जेल भेज दिया गया।

    दीवानी न्यायालय पर फहराया तिरंगा :

    विद्यालय के पास गोली की घटना के बाद उग्र भीड़ ने जीटी रोड की तरफ कूच किया। जगदीश प्रसाद के घायल होने की खबर से बेकाबू हुए छात्रों ने धर्मशाला के निकट माल गोदाम की ओर से आ रही दो सरकारी जीप को रोक आग के हवाले कर दिया । इससे उपजे आक्रोश का नतीजा निकला की धर्मशाला के पास ही कौपा निवासी 20 वर्षीय जयराम सिंह , 22 वर्षीय महंगू राम व 19 वर्षीय जगरनाथ चौरसिया अंग्रेजों की गोली से शहीद हो गए। अंग्रेजों की ओर से की गई गोलियों की बौछार के बाद गोली लगने से टकसाल संघत निवासी गौ सिंह, कोठाटोली निवासी ब्रिज कुमार, चवंरतकिया निवासी लक्ष्मण यादव, मंडई निवासी जवाहर भगत, लखनुसराय निवासी रामकृत महतो, लश्करीगंज निवासी राम गुलाब राय, माहवीर स्थान निवासी शिवपूजन सिंह व करगहर निवासी मुसाफिर राम आदि घायल हो गए थे।