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    Gaya News: टनकुप्पा के बेटे ने बढ़ाया मान, लाइबेरिया गणराज्य के राजदूत नियुक्त हुए मनोज बिहारी वर्मा

    बिहार के गया जिले के छोटे से गांव टनकुप्पा में जन्मे मनोज बिहारी वर्मा ने आज अपने गांव के साथ ही प्रदेश का भी नाम रोशन किया है। उनको लाइबेरिया गणराज्य (साउथ अफ्रीका) में भारतीय राजदूत के पद पर नियुक्त किया गया है। गरीब किसान परिवार में जन्मे मनोज ने अपनी स्कूली पढ़ाई गांव से ही पूरी की। 1997 में उनकी नौकरी विदेश मंत्रालय में लगी।

    By himanshu gautam Edited By: Divya Agnihotri Updated: Mon, 09 Dec 2024 01:19 PM (IST)
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    टनकुप्पा गांव के मनोज लाइबेरिया में भारतीय राजदूत के पद पर हुए नियुक्त

    हिमांशु गौतम, फतेहपुर (गया)। कहावत है कि मेहनत करने वालों के सफलता कदम चूमती है, ये कहावत टनकुप्पा गांव के रहने वाले मनोज ने सच कर दिखाई है। पूरी लगन से साथ मेहनत की कड़ी को पार कर किसान का बेटा सफलता की उंची शिखर तक पहुंचने में कामयाब हुआ है। मनोज बिहारी वर्मा लाइबेरिया गणराज्य (साउथ अफ्रीका) में भारतीय राजदूत के पद पर नियुक्त हुए हैं।

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    जब गांव का कोई बेटा पढ़ाई कर अच्छा ओहदा प्राप्त कर लेता है। तब माता-पिता के साथ ही स्वजन, गांव और समाज का सिर भी गर्व से ऊंचा हो जाता है। आज मनोज ने टनकुप्पा गांव के सभी लोगों को गौरवान्वित किया है।

    कई देशों में किया काम

    मजोज बिहारी वर्मा को यह सफलता गांव के स्कूल में पढ़कर ही मिली है। गया जिले के मेहनतकश टनकुप्पा प्रखंड अंतर्गत टनकुप्पा गांव का रहने वाले मनोज बिहारी वर्मा वर्तमान में वर्मा भारतीय उच्चायोग, दार एस सलाम में उप उच्चायुक्त के पद पर कार्यरत हैं।

    1997 में विदेश मंत्रालय में शामिल होने के बाद, वर्मा ने सऊदी अरब, रूस, अमेरिका, सूडान एवं माली समेत कई देशों में भारतीय मिशनों में विभिन्न पदों पर कार्य किए है।

    जनवरी में संभालेंगे नया पद

    मनोज ने मुख्यालय में संयुक्त राष्ट्र प्रभाग, पीएआई (पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान) प्रभाग एवं प्रशासन विभाग में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। दिसंबर 2021 में दार एस सलाम में कार्यभार संभालने से पहले, वह नई दिल्ली में डीपीए प्रभाग में तैनात थे।

    वर्मा ने बमाको माली में भारतीय दूतावास में प्रभारी राजदूत के रूप में कार्य कर चुके है। इसके अलावा विभिन्न मिशनों में प्रशासन, राजनीतिक, वाणिज्यिक एवं सांस्कृतिक मामलों को बखूबी निभाएं है। अब छह जनवरी को भारतीय राजदूत बनकर लाइबेरिया गणराज्य जाकर अपना योगदान देंगे।

    गांव के विद्यालय से की पढ़ाई

    • गया जिले के टनकुप्पा गांव के एक किसान परिवार से संबंध रखने वाले मनोज वर्मा ने 1985 में गांव के शिवराम भारती उच्च विद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की।
    • पिता रामेश्वर प्रसाद वर्मा एवं माता धनवंती देवी किसान थे। गरीबी को झेलते हुए बच्चों को शिक्षा देने में वे कभी पीछे नहीं हटे।
    • इंटर साइंस की पढ़ाई महेश सिंह यादव कॉलेज गया से की और फिर स्नातक की पढ़ाई जगजीवन कॉलेज मगध विश्वविद्यालय बोधगया से की।
    • मनोज बचपन से पढ़ने में काफी मेघावी रहे। उन्होंने विज्ञान में प्रथम श्रेणी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी।
    • पहली नौकरी कृषि मंत्रालय में लगी और इसके बाद सफलता का दौर आगे बढ़ता गया। 1997 में विदेश मंत्रालय में नौकरी मिली।

    उच्च पदों पर कार्य कर रहे भाई

    • विनोद बिहारी वर्मा- सीए
    • प्रेम प्रकाश वर्मा- नेशनल हाइवे अथॉरिटी में अकाउंटेंट
    • आलोक रंजन वर्मा- इनकम टैक्स में आईपीओ के पद पर कार्यरत

    मनोज वर्मा के सभी भाई मेहनत के बदौलत अच्छे पद पर है। यह टनकुप्पा के लिए गौरव की बात है। अपने क्षेत्र एवं जिला से भारत के राजदूत जैसे प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त होने वाले वे पहले व्यक्ति हैं। इनके परिवार में पत्नी पूनम वर्मा, दो बेटियां एवं एक बेटा है।

    जनवरी 2025 में मनोज बिहारी वर्मा लाइबेरिया में अपने राजदूत के पद को संभालेंगे। 17 दिसंबर को वे तंजानिया से अपना चार्ज विभाग को सौंपकर भारत वापस आएंगे।

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