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    Expressway: बनारस-कोलकाता एक्सप्रेसवे को लेकर आ गया एक और अपडेट, बिहार में अधिकारियों ने लिया अहम फैसला

    Updated: Sun, 27 Apr 2025 04:14 PM (IST)

    डोभी में अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने अमृतसर कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर स्थल का दौरा किया। उन्होंने सड़क निर्माण विभाग के अधिकारियों से कनेक्टिविटी की जानकारी ली और जीटी रोड से कॉरिडोर तक सड़क निर्माण का अवलोकन किया। एक्सप्रेस वे से जोड़ने के लिए पत्र भेजने का निर्देश दिया और पुराने पुल की मरम्मत करने को कहा। डोभी के खरांटी मौजा में कॉरिडोर का सीमांकन चल रहा है।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    संवाद सूत्र, डोभी (गया)। शनिवार को पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह अमृतसर कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर स्थल पर पहुंचे जहां इस परियोजना का नक्शा मंगवाया।

    सड़क निर्माण विभाग के अधिकारियों से सड़क से सम्बंधित जानकारी ली। कॉरिडोर को मिलने वाली तीन सड़क की कनेक्टिविटी पर चर्चा की। 

    जी टी रोड से चंदा गांव होते हुए बभनदेव और उसके बाद खरांटी होते हुए कॉरिडोर को पहुंचने वाली प्रस्तावित सड़क का अवलोकन किया। नदी के किनारे से सड़क निर्माण करने में आने वाली कठिनाई पर बातें की।

    जी टी रोड से जोड़ा जायेगा कॉरिडोर

    बनारस कोलकाता एक्सप्रेस वे इस कॉरिडोर से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर गुजर रहा है। दूसरी तरफ इस कॉरिडोर को जी टी रोड से जोड़ा जायेगा।

    एक्सप्रेस वे से जोड़ने के लिए अपर मुख्य सचिव ने विभाग को कहा कि इस संदर्भ ने जल्द से जल्द पत्र बनाकर इससे संबंधित कार्यालय को भेजा जाए।

    पूर्व में बनाया गया प्राक्कलन के अनुसार पहाड़पुर के पास से रेलवे स्टेशन से कॉरिडोर को जोड़ा जाएगा। सड़क के अवलोकन के दौरान पुराना जी टी रोड होते हुए जैसे ही चंदा पुल को पार किया गया। 

    वैसे ही गाड़ी रोककर मुख्य अभियंता आरसीडी को इस पुल की मरम्मती करने का निर्देश दे दिया। जिसके बाद अभियंता और उसके साथ रहे दो अधिकारी आपस में खुसुर पुसूर करने लगे।

    अधिकारी के आने की सूचना पहले मिल जाने के कारण डोभी चतरा मोड़ से डोभी मोड़ तक के सर्विस लेन को रातों रात बना दिया गया। अधिकारी का दौरा मुख्य रूप से कॉरिडोर के कनेक्टिविटी को लेकर रहा।

    इसमें एन एच 22 और एन एच 19 के दूरी को देखते हुए निर्णय लेने की बात हुई। बताते चलें कि कॉरिडोर में जाने के लिए नीलाजन नदी पर पुल की आवश्यकता पड़ेगी।

    वर्तमान समय में कई जगहों पर पुल बना हुआ है, लेकिन इन पुल की जांच करने के बाद भारी वाहन का संचालन होना संभव नहीं हुआ। जिसके कारण नए पुल का निर्माण होगा।

    बताते चलें कि उक्त कॉरिडोर डोभी के खरांटी मौजा में बनना है जिसके लिए सीमांकन का कार्य चल रहा है। इस मौके पर पथ निर्माण के कई अधिकारी, एस डी एम सारा असरफ, डीएसपी 2 संजीत प्रभात, सीओ परीक्षित कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे।

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