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    Bihar Teacher News: नौ वर्ष पहले नौकरी छोड़ चुके 2 शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी, निगरानी विभाग ने लिया एक्शन

    Bihar Education बिहार में दो शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि नौ साल पहले वह नौकरी छोड़ चुके हैं। इन शिक्षकों पर निगरानी विभाग ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि यह शिक्षक फर्जी बीटेट का अंक प्रमाण पत्र के साथ नौकरी कर रहे थे। अब एक्शन हुआ है।

    By Rakesh Ranjan Edited By: Mukul Kumar Updated: Mon, 06 Jan 2025 08:35 PM (IST)
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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    संवाद सहयोगी, चिरैया। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना के डीएसपी राजेश कुमार के लिखित प्रतिवेदन के आधार पर स्थानीय थाने में प्रखंड के दो शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

    इन दोनों शिक्षकों पर आरोप है कि इनका बीटेट का अंक प्रमाण पत्र फर्जी है। प्राथमिकी के अनुसार आरोपित शिक्षक प्रखंड के मीरपुर गांव निवासी हजारी लाल के पुत्र प्रभु प्रसाद हैं।

    इनका नियोजन वर्ष 2015 में रामपुर दक्षिणी पंचायत की नियोजन इकाई द्वारा किया गया था और वह नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मदिलवा में नौ वर्ष पूर्व पदस्थापित थे।

    शिक्षक प्रभु प्रसाद द्वारा उक्त विद्यालय में अध्यापन का कार्य करते हुए अभी कुछ माह ही हुए थे कि इसी बीच तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने उनसे आवश्यक अभिलेखों की मांग की, लेकिन उनके द्वारा अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया गया।

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    बिना सूचना दिए छोड़ दिया था विद्यालय

    इसके कारण बीआरसी द्वारा उनका मास्टर डाटा जिला को नहीं भेजा गया। इसके बाद शिक्षक प्रभु प्रसाद ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक व नियोजन इकाई को बिना सूचना या त्यागपत्र दिए ही वर्ष 2015 से विद्यालय आना छोड़ दिया।

    इसके कारण उन्हें एक महीने का भी वेतन भुगतान नहीं किया गया। वहीं, दूसरी ओर प्रखंड के माधोपुर पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय माधोपुर की नियोजित शिक्षिका शीला कुमारी जिले के चकिया प्रखंड के सागर पंचायत के बाकरपुर गांव निवासी किशोरी बैठा की पुत्री है।

    कुछ महीने का वेतन भी लिया

    • शीला कुमारी का नियोजन वर्ष 2015 में पंचायत नियोजन इकाई माधोपुर द्वारा किया गया था। इसके बाद शीला कुमारी ने जून 2015 में विद्यालय में योगदान कर अपनी नौकरी शुरू की और करीब एक वर्ष नौकरी करने के बाद वर्ष 2016 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
    • उन्होंने कुछ महीने का वेतन भी प्राप्त किया था। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि नौ वर्ष पूर्व नौकरी छोड़ चुके शिक्षकों के विरूद्ध निगरानी अब कार्रवाई की जा रही है।
    • इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सरोज कुमार सिंह ने बताया कि यह मामला मेरे पदस्थापन काल से कई वर्ष पूर्व का है। जहां तक मुझे जानकारी प्राप्त हुई है कि उक्त दोनों शिक्षक नौ वर्ष पूर्व हीं नौकरी छोड़ चुके हैं।

    शादी की नीयत से छात्रा का अपहरण करने वाला शिक्षक गिरफ्तार

    उधर, अरेराज प्रखंड क्षेत्र के एक विद्यालय से शिक्षक द्वारा अपनी ही एक नाबालिग छात्रा का शादी की नीयत से अपहण करने का मामला प्रकाश में आया है।

    गुप्त सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर नाबालिग छात्रा को मुक्त करा लिया है।

    जानकारी के अनुसार हाई स्कूल के बीपीएससी शिक्षक को अपने विद्यालय की नौवीं क्लास की छात्रा से इश्क हो गया। वह सोमवार की सुबह छात्रा को लेकर फरार हो गए।

    इस बात का पता जब स्वजनों को चला तो इसकी सूचना थाना को दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को बलाहां चौक से गिरफ्तार कर लिया।

    प्रभारी थानाध्यक्ष सिवासरे सिंह ने बताया कि पटना के बख्तियारपुर थाना अंतर्गत नया टोला राघोपुर निवासी भोला प्रसाद के पुत्र शिक्षक विजय कुमार को नाबालिग छात्रा का अपहरण करने के मामले में गिरफ्तार कर छात्रा को मुक्त करा लिया गया है।

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