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    भारत-नेपाल सीमा पर 7.560 किलो चरस की बड़ी खेप पकड़ी गई, पर्दे के पीछे कौन सा अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क?

    By Vijay Kumar GiriEdited By: Dharmendra Singh
    Updated: Wed, 24 Dec 2025 06:29 PM (IST)

    भारत-नेपाल सीमा पर पूर्वी चंपारण में 7.560 किलो चरस की बड़ी खेप पकड़ी गई है। इस जब्ती ने सीमा सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं और एक अंतरराष्ट्रीय नेटव ...और पढ़ें

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    रक्सौल में तस्करों के बारे में जानकारी देते पुलिस पदाधिकारी। जागरण

    जागरण संवाददाता, रक्सौल (पूवी चंपारण)। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र से बुधवार को हरैया पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन चरस तस्करों को 7.560 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी प्रखंड के पनटोका पंचायत अंतर्गत सीमावर्ती ग्रामीण रास्ते से की गई। इसकी जानकारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने दी।

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    नेपाल की ओर से ग्रामीण रास्ते के जरिए प्रवेश की कोशिश

    एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि नेपाल की ओर से ग्रामीण रास्ते के जरिए प्रतिबंधित नशीले पदार्थ चरस की बड़ी खेप भारतीय सीमा में लाई जा रही है। सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीपीओ मनीष आनंद के नेतृत्व में हरैया थानाध्यक्ष किशन कुमार पासवान, एसआई बल्ली राय एवं सशस्त्र पुलिस बल की टीम का गठन किया गया।

    तीन युवकों की गतिविधि संदिग्ध 

    गठित टीम द्वारा पनटोका जाने वाले ग्रामीण रास्ते पर सघन वाहन एवं व्यक्ति जांच अभियान चलाया गया। इसी दौरान नेपाल की ओर से पैदल आ रहे तीन युवकों की गतिविधि संदिग्ध प्रतीत होने पर उन्हें रोककर गहन तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान तीनों के शरीर पर कपड़ों के अंदर छुपाकर रखी गई 7.560 किलोग्राम चरस बरामद की गई।


    एसडीपीओ मनीष आनंद ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों की पहचान उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के शाहपुर बशारतपुर निवासी सुनील डेविड, हरैया थाना क्षेत्र के बड़ा परेउवा नया बस्ती वार्ड संख्या-1 निवासी समसुल मियां के पुत्र चांद मोहम्मद तथा पश्चिमी चंपारण जिले के शिकारपुर थाना क्षेत्र के चक्की पकड़ी निवासी साहेब मियां के पुत्र रियाज खान के रूप में हुई है।

    पुलिस पूछताछ में तस्करों ने बताया कि नेपाल से लाया गया चरस रक्सौल थाना क्षेत्र के बड़ा परेउवा वार्ड संख्या-16 निवासी रहमत मियां के पुत्र महबूब सैफी को सौंपा जाना था। सूचना के आधार पर पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की, लेकिन वह फरार पाया गया।

    पुलिस का मानना है कि यह मामला अंतरराज्यीय एवं अंतरराष्ट्रीय नशा तस्करी गिरोह से जुड़ा हो सकता है, जिसमें नेपाल सीमा का उपयोग कर चरस की तस्करी की जा रही थी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।


    फरार आरोपी महबूब सैफी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है। जब्त चरस को सील कर एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नशा तस्करी के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और किसी भी तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा।