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    Nag Panchami 2025: नाग पंचमी पर करें ये काम, कालसर्प दोष से मिलेगी मुक्ति

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 04:52 PM (IST)

    पूर्वी चंपारण में नाग पंचमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। यह त्योहार नाग देवता को समर्पित है और सावन के महीने में आता है। मान्यता है कि इस दिन नागों की पूजा करने से कालसर्प दोष और सर्प भय जैसी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। इस दिन भक्त नाग देवता को दूध अर्पित करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

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    नाग पंचमी पर करें ये काम, कालसर्प दोष से मिलेगी मुक्ति

    जागरण संवाददाता, मोतिहारी। सावन का पावन महीना (Sawan Month 2025) बड़ा शुभ माना जाता है। इस महीने कई सारे तीज-त्योहार पड़ते हैं, जिनमें से नाग पंचमी (Nag Panchami 2025) भी एक है। यह पूजा नाग देवता को समर्पित है।

    नाग पंचमी हिंदू धर्म का विशेष व आस्था से जुड़ा पर्व है, जो श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इसबार नाग पंचमी का पर्व मंगलवार को मनाया जाएगा। इस दिन नाग देवता की आराधना व उनसे कृपा प्राप्त करने का अवसर होता है।

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    मान्यता है कि इस दिन नागों की पूजा करने से कालसर्प दोष, सर्प भय व सर्पदंश जैसी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। उक्त बातें चकिया प्रखंड स्थित महर्षि गौतम ज्योतिष परामर्श एवं अनुसंधान केंद्र चंपारण काशी द्वारा संचालित वैदिक गुरुकुलम के आचार्य अभिषेक कुमार दूबे, आचार्य आशुतोष कुमार द्विवेदी, आचार्य रोहन पांडेय व आचार्य आशीष मिश्रा ने संयुक्त रूप से कही।

    उन्होंने कहा कि इस दिन भक्तगण नाग देवता को दूध अर्पित करते हैं, उन्हें स्नान कराकर पूजा-अर्चना करते हैं और सुरक्षा व समृद्धि की कामना करते हैं।  नाग पंचमी का महत्व नाग पंचमी का महत्व बहुत बड़ा है। इस दिन नाग देवता की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

    ऐसा कहा जाता है कि नाग देवता की आराधना से कालसर्प दोष का प्रभाव समाप्त हो जाता है और जीवन की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। इसके अलावा, भय, बीमारी और परेशानियां भी कम हो जाती हैं। नाग देवता को आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक माना जाता है, इसलिए उनकी पूजा से न केवल जीवन में सुरक्षा मिलती है बल्कि आध्यात्मिक प्रगति भी होती है।

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