कौशल विकास का हब बनेगा मोतिहारी का एलएनडी कॉलेज, पीएम उषा योजना के तहत बड़ी पहल
मोतिहारी का लक्ष्मी नारायण दूबे महाविद्यालय (एलएनडी कॉलेज) प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम उषा) के तहत कौशल विकास कार्यक्रम का नोडल संस्थान बन ...और पढ़ें

जिले के अन्य महाविद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं को भी मिलेगा लाभ। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, मोतिहारी। Skill Development Program: उच्च शिक्षा को रोजगारोन्मुख बनाने की दिशा में मोतिहारी के लक्ष्मी नारायण दूबे कॉलेज को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम उषा) के तहत स्वीकृत स्किल डेवलपमेंट एवं अवेयरनेस प्रोग्राम के लिए एलएनडी कॉलेज को जिले का नोडल संस्थान बनाया गया है। इस योजना का लाभ न केवल एलएनडी कॉलेज, बल्कि जिले के अन्य महाविद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं को भी मिलेगा।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. मृगेंद्र कुमार ने बताया कि कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए शीघ्र ही जिले के सभी कॉलेजों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें योजना की रूपरेखा, गतिविधियों और सहभागिता पर चर्चा की जाएगी।
कार्यक्रम के प्रभारी प्राध्यापक डॉ. दुर्वादल भट्टाचार्य ने बताया कि इस योजना के लिए सरकार की ओर से करीब दस करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। इसमें से पांच करोड़ से अधिक राशि से आधुनिक भवन का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें स्मार्ट क्लास, आईसीटी लैब सहित अन्य आवश्यक संरचनाएं शामिल होंगी। भवन निर्माण का कार्य बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग द्वारा कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत कार्यशाला, सेमिनार और जागरूकता से जुड़े विभिन्न आयोजन किए जाएंगे। ये गतिविधियां जिले के अन्य कॉलेजों में भी होंगी, लेकिन समन्वय और निगरानी की जिम्मेदारी एलएनडी कॉलेज की रहेगी। योजना में करियर काउंसलिंग और स्किल डेवलपमेंट पर विशेष जोर दिया गया है।
इसके अलावा कॉलेज में अप्रेंटिसशिप से जुड़े कार्यक्रम भी शुरू किए जाने की तैयारी है, जिसमें मार्केटिंग और रिटेल मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों पर फोकस रहेगा। नए वर्ष में इसके लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। वहीं, कॉलेज पुस्तकालय को भी आधुनिक तकनीक से लैस कर विकसित किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध हो सकें।
कॉलेज प्रशासन का कहना है कि इस पहल से न केवल छात्रों की कौशल क्षमता बढ़ेगी, बल्कि उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर भी मिल सकेंगे।

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