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    स्वार्थ में अंधे नाना-मामा ने खानदान के इकलौते दीपक को बुझा डाला

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 21 Nov 2019 01:05 AM (IST)

    स्वार्थ में वशीभूत व्यक्ति किस कदर हैवान हो जाता है इसकी बानगी बुधवार को देखने को मिली जब पुलिस ने पांच दिनों से अपहृत पॉलीटेक्निक के छात्र साहिल कुमार (सिजू) का शव बरामद हुआ।

    स्वार्थ में अंधे नाना-मामा ने खानदान के इकलौते दीपक को बुझा डाला

    मोतिहारी । स्वार्थ में वशीभूत व्यक्ति किस कदर हैवान हो जाता है इसकी बानगी बुधवार को देखने को मिली जब पुलिस ने पांच दिनों से अपहृत पॉलीटेक्निक के छात्र साहिल कुमार (सिजू) का शव बरामद हुआ। जिले के मलाही थाना क्षेत्र के ममरखा भैया टोला गांव निवासी ब्रजभूषण तिवारी के परिवार के इस एकलौते दीपक को बुझानेवाला कोई और नहीं उसका नाना व मामा ही बताया गया। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है, मगर यह सवाल आज इलाके के अधिकांश लोगों की जुबान पर तैर रहा है कि क्या कोई नाना-मामा भी इस प्रकार की घटना को अंजाम दे सकता है? द्वापर युग में मामा कंस को अपने भांजा के खून का प्यासा लोगों ने टेलीविजन व इतिहास के किताबों में देखा सुना है, मगर हकीकत में भी ऐसा हो सकता है लोगों को समझ में नहीं आ रहा है। साहिल रघुनाथपुर में रिश्ते के अपने भाईयों कुणाल व शभम के साथ रहकर पॉलीटेक्निक की पढ़ाई करता था। वह रोज मोतिहारी स्थित पॉलीटेक्निक कालेज आया जाया करता था। 15 नवम्बर को वह कालेज के लिए निकला जो शाम तक धर नहीं लौटा शाम को उसके पिता ने रघुनाथपुर ओपी में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई । 16 नवम्बर से हीं उसके सेलफोन से ही 15 लाख फिरौती की मांग की जाने लगी थी । मंगलवार को भी उसके पिता से फिरौती की मांग की गई थी। हत्या के पीछे के कारणों की जांच में पुलिस जुटी है पुलिस का मानें तो हत्या के पीछे पारिवारिक स्वार्थ या फिर प्रेम प्रसंग हो सकता है। इधर, साहिल की मां सीमा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। मां अपने एकलौते लाल की हत्या के कारण पुलिस के खिलाफ भी गुस्से में है। अस्पताल परिसर में पुलिस प्रशासन के खिलाफ उन्होंने अपने आक्रोश का इजहार भी किया। वह हत्या के पीछे अपनी गोतिनी व भाई व चाचा को आरोपित कर रही थी। साहिल के पिता किसान है, जो अपने पुत्र को पढ़ा लिखाकर इंजीनियर बनाने चाहते थे, मगर वह सपना पूरा नहीं हो सका। साहिल घर का अकेला चिराग था। उसकी दो बहनें हैं। उसके पिता ने दो शादियां की थी। पहली पत्नी से कोई संतान नहीं हुआ तो उसके पिता ने दूसरी शादी की, जिससे साहिल व दो पुत्री है।

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    15 दिन पूर्व ही मामा नितेश ने चुराया था साहिल व शुभम का सेलफोन

    रघुनाथपुर स्थित आवास साहिल के मामा नितेश ने हीं एक वर्ष पूर्व दिलाया था, जहां तीन छात्र रहकर पढाई करते थे। बताया जाता है कि 15 दिन पूर्व ही नितेश उन सभी छात्र के आवास पर आया। फिर रात में मांस भात बनाकर उन्हें खिलाया और खुद भी खाया। जाते समय नितेश दोनों का सेलफोन लेकर फरार हो गया। बताते हैं कि नितेश ने फोनकर साहिल को बुलाया और एक होटल पर ले जाकर खाना खिलाया। इसके बाद उसकी चाकू मार हत्या कर दी। फिर हाथ बांध कर उसके कंबल में लपेट दिया और शव को नदी के किनारे दफन कर दिया। उसके बाद उसी के सेलफोन से उसके परिजनों से राहुल सिंह के नाम पर फिरौती की राशि मांगने लगा। पुलिस सूत्रों पर भरोसा करें तो बदमाशों ने अपहरण के दिन हीं हत्या कर शव को नदी के किनारे दफन कर दिया था। उसके पिता से नौ मिनट 59 सेकेंड तक भी बात हुई थी।

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    नाना के पकड़ाने के बाद मामा नितेश ने दी थी धमकी

    छात्र साहिल के पिता ब्रजभूषण तिवारी ने बताया है कि जब उसके ससुर यानी साहिल के नाना रामनाथ तिवारी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया तो फौरन उनके पास नितेश ने राहलु सिंह के नाम पर फोन कर धमकी दी थी। उसने कहा था कि इसके लिए अंजाम बुरा होगा। रामनाथ तिवारी की गिरफ्तारी के बाद फौरन फोन किए जाने के बाद पुलिस का माथा ठनका कि आखिर इस कार्रवाई की सूचना अपहर्ता तक कैसे पहुंच गई। तब पुलिस का शक उस घर के परिजनों पर अधिक हो गया। फिर पुलिस ने गिरफ्तार रामनाथ पर सख्ती बरतनी शुरू की, जिसके बाद धीरे-धीरे मामला उजागर होने लगा और पुलिस अग्रतर कार्रवाई करती गई।

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    पुलिस छावनी में तब्दील रहा अस्पताल परिसर, मेडिकल बोर्ड ने किया शव का पोस्टमार्टम

    छात्र साहिल का अपहरण कर हत्या के बाद शव आते ही सदर अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस केन्द्र से भारी संख्या में महिला व पुरुष जवानों को तैनात किया गया था। मुफसिस्ल अंचल के पुलिस निरीक्षक आनंद कुमार, थानाध्यक्ष संदीप कुमार, अखिलेश मिश्रा, अभिनव कुमार दुबे के अलावा कई थानों की पुलिस मौजूद रही। वहीं सिविल सर्जन के निर्देश पर गठित मेडीकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। बोर्ड में डीएस मनोज कुमार व डा. कलीम शामिल थे। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं भारी संख्या में पुलिस बल को उसके गांव भेजा गया है। अरेराज डीएसपी ज्योति प्रकाश स्वयं इसकी मॉनीटरिग कर रहे हैं।

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    हत्यारों के खिलाफ चले स्पीडी ट्रायल, मिले फांसी : राजन

    फोटो : 20 एमटीएच 27

    मोतिहारी : गोविदगंज के पूर्व विधायक राजन तिवारी ने इस घटना की तीव्र निदा की है और कहा कि यह जघन्य अपराध है। ऐसे मामलों में पुलिस को स्पीडी ट्रायल चलाकर हत्यारों को फांसी की सजा दिलानी चाहिए। इस दौरान वे सदर अस्पताल भी पहुंचे और साहिल के परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और कहा कि इस मामले में सभी आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की कोशिश होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के लोग समाज के दुश्मन है और इन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए।

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