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    विराट रामायण मंदिर को लेकर अपडेट, महाशिवरात्रि पर होगा विश्व के सबसे ऊंचे शिवलिंग का विशेष पूजन

    By Sanjay Kumar Singh Edited By: Ajit kumar
    Updated: Thu, 25 Dec 2025 07:12 PM (IST)

    पूर्वी चंपारण जिले के कैथवलिया में विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर है। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि जनवरी के दूसर ...और पढ़ें

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    कैथवलिया में निर्माणाधीन विराट रामायण मंदिर का कार्य चल रहा है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, मोतिहारी(पूर्वी चंपारण)। Virat Ramayan Temple: जिले के कल्याणपुर प्रखंड अंतर्गत कैथवलिया में निर्माणाधीन विराट रामायण मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण सूचना सामने आई है। यहां विश्व के सबसे ऊंचे शिवलिंग की स्थापना की तैयारी तेज कर दी गई है।

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    मंदिर परिसर में शिवलिंग स्थापित करने के लिए आधार तल और स्तंभ का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि मंदिर का अन्य निर्माण कार्य भी प्रगति पर है।

    मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि तमिलनाडु के महाबलीपुरम से लाया जा रहा विशाल शिवलिंग नए वर्ष 2026 के जनवरी माह के दूसरे सप्ताह तक मंदिर परिसर पहुंच सकता है। शिवलिंग के पहुंचते ही उसे निर्धारित स्थल पर स्थापित किया जाएगा।

    इसके बाद महाशिवरात्रि के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना और दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आम श्रद्धालु भी भाग ले सकेंगे।

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    विश्व के सबसे ऊंचे शिवलिंग की स्थापना की तैयारी तेज। इंटरनेट मीडिया

    बताया गया कि 33 फीट ऊंचा और करीब 210 मीट्रिक टन वजनी यह शिवलिंग 21 नवंबर को महाबलीपुरम से रवाना किया गया था। 96 पहियों वाले विशेष वाहन से इसे दो हजार किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर लाया जा रहा है।

    अंतिम जानकारी के अनुसार शिवलिंग की महायात्रा उत्तर प्रदेश के झांसी से आगे निकल चुकी है। महावीर मंदिर पटना के पीआरओ अजय कुमार ने बताया कि पूरी यात्रा पर लगातार नजर रखी जा रही है और महावीर मंदिर की टीम भी साथ चल रही है।

    यात्रा के दौरान श्रद्धालु जगह-जगह शिवलिंग का दर्शन कर पूजा-अर्चना कर रहे हैं, जिससे यात्रा की गति थोड़ी धीमी हो रही है। उल्लेखनीय है कि इस शिवलिंग को एक ही ग्रेनाइट पत्थर से तराश कर तैयार किया गया है, जिसमें करीब दस वर्षों का समय लगा।

    इसे प्रसिद्ध शिल्पकार लोकनाथ और उनकी टीम ने लगभग तीन करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया है। शिवलिंग के निचले हिस्से में 1008 छोटे शिवलिंग की आकृतियां उकेरी गई हैं, जिससे यह विश्व का सबसे ऊंचा सहस्त्र शिवलिंग बन गया है।

    विराट रामायण मंदिर का निर्माण आचार्य किशोर कुणाल का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसे महावीर मंदिर न्यास, पटना द्वारा साकार किया जा रहा है। जैसे-जैसे निर्माण कार्य आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या भी बढ़ने लगी है।

    मंदिर परिसर में लोग निर्माण कार्य देखने पहुंच रहे हैं, वहीं युवा वर्ग मंदिर और शिवलिंग से जुड़ी रील्स बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर रहा है। इन दिनों इंटरनेट मीडिया पर विराट रामायण मंदिर और विश्व के सबसे ऊंचे शिवलिंग की चर्चा जोरों पर है।