बिहार में 3 खास फलों को उगाने में साथ देगी बिहार सरकार, किसानों को मिल गई एक और बड़ी खुशखबरी!
पूर्वी चंपारण के पौधा संरक्षण विभाग ने किसानों के लिए एक लाभकारी योजना शुरू की है जिसमें आम लीची और अमरूद के पौधों पर दवा का छिड़काव करने के लिए 75 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। इस योजना का लक्ष्य 51800 उद्यानिक फसलों पर छिड़काव करना है जिसमें 25100 आम 25000 लीची और 1700 अमरूद के पौधे शामिल हैं। यह योजना पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लागू की जाएगी।

जागरण संवाददाता, मोतिहारी। खेती किसानी को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने कई लाभकारी योजनाओं की शुरुआत की है। इन योजनाओं का लाभ उठाकर किसान न सिर्फ पैदावार बढ़ा सकते हैं, बल्कि अपनी आर्थिक स्थिति भी सुधार सकते हैं।
पूर्वी चंपारण के पौधा संरक्षण विभाग के सहायक निदेशक सुशील कुमार सिंह बताते हैं कि विभाग आम, लीची व अमरूद जैसे फलों के पौधों पर दवा का छिड़काव करने के लिए किसानों को 75 प्रतिशत अनुदान दे रहा है। चालू वित्तीय वर्ष में विभाग से 51 हजार 800 उद्यानिक फसलों पर छिड़काव का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।
इसमें मंजर के पूर्व व मंजर के बाद सहित दो छिड़काव के लिए 25100 आम, 25000 लीची व 1700 अमरूद के पौधों पर छिड़काव किया जाएगा। आवेदन करने वाले किसानों को योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर मिल सकेगा।
बीते वर्ष शुरू हुई योजना के लाभ के लिए जिले के विभिन्न प्रखंडों से 55 हजार किसानों ने आनलाइन आवेदन किया था, जो इस बार 75 हजार तक जाने की संभावना है।
चिह्नित एजेंसी के कर्मी करेंगे छिड़काव
किसान आम और लीची पर मंजर के पूर्व एक और मंजर के बाद दूसरे छिड़काव के लिए आवेदन कर सकते हैं। चयनित किसान फलों को कीटों के प्रभाव से बचाने के लिए कीटनाशी सहित अन्य दवाओं का छिड़काव करा सकेंगे। योजना के लाभ के लिए निबंधित किसान डीबीटी पोर्टल पर जाकर आनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
डीबीटी पोर्टल पर तस्वीर करनी होगी अपलोड
- एक किसान अधिकतम 84 आम, 56 लीची व 28 अमरूद सहित कुल 168 पेड़ पर छिड़काव का लाभ ले सकेंगे। छिड़काव के बाद जिओ टैग के साथ डीबीटी पोर्टल पर तस्वीर अपलोड करनी होगी।
- आम के पेड़ पर दवा का प्रथम छिड़काव मंजर से पूर्व, जबकि दूसरा छिड़काव सरसों के आकार का दाना होने पर किया जाएगा।
- इसके लिए कीटनाशी सहित छिड़काव की लागत प्रति पेड़ 76 रुपये है, जिसपर अधिकतम 57 रुपये अनुदान मिलेगा। दूसरे छिड़काव के लिए प्रति पेड़ 96 रुपये खर्च होंगे, जिसपर 72 रुपये अनुदान किसानों को देय होगा।
लीची व अमरूद पर होंगे खर्च
लीची का पहला स्प्रे मंजर से पूर्व किया जाएगा। इसके लिए 216 रुपये प्रति पेड़ खर्च आएगा, जिसमें 162 रुपये का अनुदान मिलेगा। सरा स्प्रे लौंग आकार का मंजर होने पर किया जाएगा।
इसमें कुल 152 रुपये खर्च आएगा, जिसमें 114 रुपये अनुदान किसानों को देय होगा। अमरूद में कीटों के प्रबंधन के लिए स्प्रे में 44 रुपये का खर्च प्रति पेड़ आएगा, जिसपर किसानों को 33 रुपये का अनुदान निर्धारित किया गया है।
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