Bihar Teachers: पांच की जगह एक-दो क्लास ही लेते हैं यहां के शिक्षक, कैसे लगेगी इस मनमानी पर ब्रेक?
ललित नारायण मिथिला और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में UGC के रेगुलेशन का उल्लंघन किया जा रहा है। नियम के मुताबिक शिक्षकों को प्रतिदिन कम से कम सात घंटे कार्यस्थल पर रहना आवश्यक है। इस सात घंटे में दो घंटे छात्रों को परामर्श देने का प्राविधान है। इसके बावजूद वर्गों में शिक्षकों की उपस्थिति एक से दो घंटे भी दर्ज नहीं हो रही है।

जागरण संवाददाता, दरभंगा। ललित नारायण मिथिला और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के रेगुलेशन 2018 का घोर उल्लंघन हो रहा है।
नियम के मुताबिक, शिक्षकों को कार्यस्थल पर प्रतिदिन कम से कम सात घंटे उपलब्ध रहना आवश्यक है। इस सात घंटे में दो घंटे छात्रों को परामर्श देने का प्राविधान है। इसके बावजूद वर्गों में शिक्षकों की उपस्थिति एक से दो घंटे भी दर्ज नहीं हो रही है।
वर्तमान व्यवस्था में दो से ढ़ाई लाख वेतन पाने वाले प्रोफेसर और लेक्चरर अमूमन एक या दो कक्षाएं ही लेते हैं। यानी विश्वविद्यालय से लेकर कालेजों तक के शिक्षक एक से दो घंटे ही रुकते हैं। इस कारण कई बार छात्र-छात्राओं के क्लासेस नहीं लगती है।
छात्रों को अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए शिक्षक उपलब्ध नहीं रहते हैं। जबकि विभागीय निर्देश के आलोक में शिक्षकों को कम से कम पांच कक्षा रोज लेने की अनिवार्यता की गई है।
इतना ही नहीं विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभाग से लेकर कालेजों तक कई ऐसे शिक्षक हैं, जो अधिकांश समय वर्ग से अनुपस्थित भी रहते हैं। इसका पर्दाफाश मांगी गई कई आरटीआई के सूचना से भी हो चुकी है।
क्या कहते हैं नियम
बता दें कि नियम के मुताबिक विश्वविद्यालयों व कालेजों में कम से कम 180 शिक्षण दिवस होने चाहिए। यानी छह दिनों के सप्ताह में न्यूनतम 30 सप्ताह के वास्तविक शिक्षण दिवस होने चाहिए।
शेष दिनों में, 12 सप्ताह को प्रवेश और परीक्षा संबंधी कार्यकलापों और सह पाठ्यचर्या, खेलकूद, कालेज दिवस आदि के लिए शिक्षणेत्तर दिवसों के लिए उपयोग किया जाना है। आठ सप्ताह प्रावकाश के लिए और दो सप्ताह विभिन्न सरकारी छुट्टियों के लिए दिए जाने का प्राविधना है।
रेगुलेशन के उल्लंघन पर नहीं हो रही कार्रवाई
हाल ही में शिक्षा विभाग ने भी सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों और कालेज प्राचार्यों को दिशानिर्देश जारी किया है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो शिक्षक इस आदेश का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विभाग ने कहा है कि हर दिन शिक्षकों द्वारा लिए गए कक्षा की जानकारी कालेज प्राचार्य से ली जाएगी। विभाग के पदाधिकारी और कालेज प्राचार्यों के बीच वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली समीक्षा
बैठक में यह जानकारी ली जाएगी। प्राचार्य बताएंगे कि किन-किन शिक्षकों ने पांच कक्षा ली है, किन्होंने नहीं ली। लेकिन उक्त सख्त निर्देश के बाद भी ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं हो रही है।

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