भागलपुर में मकंदपुर ग्रामीणों की अनूठी पहल, शॉर्ट वीडियो बनाकर सरकार का खींच रहे ध्यान; खुद PMO ने लिया संज्ञान
केंद्र सरकार सुदूर क्षेत्रों तक इंटरनेट की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए प्रयासरत है। सरकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक सुगमता से पहुंचाने के लिए पंचायतों को भी डिजिटल किया जा रहा है। इंटरनेट मीडिया पर शार्ट वीडियो बनाने का प्रचलन भी तेजी से बढ़ा है। बिहार का एक गांव इस मंच का अनूठा उपयोग कर समाज को सकारात्मक संदेश दे रहा है।

मिहिर, भागलपुर। केंद्र सरकार देश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक भी इंटरनेट की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए प्रयासरत है। पंचायतों को भी डिजिटल किया जा रहा है ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक सुगमता से पहुंचे।
इंटरनेट मीडिया पर शार्ट वीडियो बनाने का प्रचलन भी तेजी से बढ़ा है। जिसमें अधिकांश वीडियो खतरनाक स्टंट या मनोरंजन के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन बिहार का एक गांव इस मंच का अनूठा उपयोग कर समाज को सकारात्मक संदेश दे रहा है।
भागलपुर जिले में छोटी अयोध्या के नाम से ख्यात रन्नूचक मकंदपुर के ग्रामीण शार्ट वीडियो बनाकर गांव की समस्याएं हल करा रहे हैं। जिला प्रशासन से लेकर दिल्ली में शासन के अधिकारियों तक वे न केवल अपनी बात पहुंचाने में सफल रहे हैं बल्कि निराकरण कराकर अपना जीवन भी सुगम बना रहे हैं।
रन्नूचक मकंदपुर पंचायत के बुजुर्गों और बच्चों की टोली ठेठ गंवई अंदाज में शार्ट वीडियो बनाकर गांव की समस्याओं को उजागर कर रहे हैं। उनके इस प्रयास से गांव की कई समस्याओं का समाधान हो चुका है। साथ ही, उनके इस नेक प्रयास से नशे जैसी सामाजिक बुराइयां भी कम हुई हैं।
51 वर्षीय सज्जन कुमार अपने मोबाइल फोन से वीडियो बनाते हैं, जिसमें 72 वर्ष के सुबोध कुमार राय अभिनय करते हैं। उनके साथ सह अभिनेता के रूप में 52 वर्ष के चाव चौधरी, 13 वर्ष के आदित्य कुमार और 18 वर्षीय सोनम रानी भी इस पहल में भूमिका निभाती हैं।
सज्जन कुमार कहते हैं कि पांच वर्ष पहले हमलोगों ने इस तरह के छोटे वीडियो बनाना शुरू किया जो गांव पर आधारित होते थे। धीरे-धीरे हम लोगों ने सोचा कि क्यों न अपने गांव की समस्याओं पर वीडियो बनाए जाएं। हमने जब समस्या पर पहला वीडियो बनाया तो उसे 80 हजार लोगों ने इसे देखा और सराहा। इसके बाद हम लोगों ने वीडियो के दम पर गांव की समस्याओं को हल कराने का प्रण लिया और आज काफी हद तक इसमें सफल भी हुए हैं।
(बिहार में भागलपुर के रन्नूचक मकंदपुर गांव बना नया पुस्तकालय। जागरण)
ऐसे मिलता समाधान
सज्जन कुमार एवं सुबोध कुमार बताते हैं कि उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिलने के बाद हम लोगों ने उन समस्याओं को चिन्हित किया जिनका समाधान ग्रामीण सबसे पहले चाह रहे थे। हमारे गांव में स्कूल, पुस्तकालय, सड़क, अस्पताल आदि की समस्या थी।
वीडियो बनाने के बाद हम इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट करने के साथ संबंधित विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को भेजने लगे। साथ ही संबंधित विभागों को वीडियो में टैग भी करने लगे। हमारे साथी नीरज झा ने इसमें मदद की।
उन्होंने गांव की समस्याओं का आवेदन बनाकर पीएमओ के पोर्टल पर भी भेजना आरंभ किया। इसके बाद उस पोर्टल पर और लोगों की शिकायतें भी आने लगीं।
(रन्नूचक मकंदपुर गांव में शार्ट वीडियो बनाते ग्रामीण। जागरण)
बनने लगा विद्यालय भवन
रन्नूचक मकंदपुर का इंटरस्तरीय उच्च विद्यालय भवन सौ वर्ष पुराना था। वहां नया भवन बने इसके लिए वर्ष 2022 से ग्रामीणों ने दर्जन भर वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किए। साथ ही, शिक्षा विभाग को भी टैग किया।
पीएमओ के पोर्टल पर आवेदन के साथ इस वीडियो को भी अपलोड किया गया। जिसका पीएमओ ने संज्ञान लिया और आवेदक को फोन काल के साथ जल्द समाधान का आश्वासन मिला।
इसी बीच पिछले वर्ष अक्टूबर माह में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को भी वीडियो और आवेदन भेजा गया। परिणाम यह हुआ कि 72 घंटे के अंदर पुराने विद्यालय का भवन तोड़ दिया गया। सज्जन कुमार के अनुसार विद्यालय के बैंक खाते में निर्माण के लिए अब तक तीस लाख रुपये आ चुके हैं। जल्द नए भवन का निर्माण आरंभ होगा।
(निर्माण के लिए तोड़ा गया भागलपुर के रन्नूचक मकंदपुर स्थित विद्यालय भवन। जागरण)
पुस्तकालय और स्वास्थ्य केंद्र भी सुधरे
विद्यालय भवन की समस्या हल होने के बाद ग्रामीणों ने पुस्तकालय के लिए अभियान चलाया गया। अब इसके भी कमरे तैयार हो गए हैं। शेष कार्य मार्च 2024 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य है।
इसके अलावा गांव के प्राय: बंद रहने वाले स्वास्थ्य केंद्र की समस्या भी उठाई गई। वीडियो इंटरनेट मीडिया पर आया तो नर्स की उपस्थिति नियमित हो गई।
अब स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सक भी भेजने का आश्वासन दिया है। नाला एवं खराब सड़क का वीडियो बनने के बाद उनका भी निर्माण जल्द आरंभ होने वाला है।
पुस्तकों के लिए भिक्षाटन
पुस्तकालय के लिए अब तक छह कंप्यूटर दान में मिल चुके हैं। यहां हर तरह की पुस्तकें उपलब्ध रहें, इसके लिए वीडियो बनाने वाली टीम के सदस्यों ने भिक्षाटन का निर्णय लिया है।
सज्जन कुमार कहते हैं कि हमारी टीम जिले के हर घर में दस्तक देगी। आग्रह करेंगे कि लोग पुस्तक, कापी, पेंसिल दान करें ताकि ग्रामीण बच्चे इनका लाभ ले सकें।
भवन निर्माण को लेकर विभाग को प्रपोजल भेजा गया है। जल्द ही वहां स्कूल भवन बनाने का कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। रील्स के माध्यम से यहां के लोग विभाग का ध्यान आकृष्ट कराते रहते हैं। - मनोज कुमार विद्यार्थी, सहायक अभियंता, शिक्षा विभाग
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