दरभंगा में तारामंडल ने बढ़ाई शहर के बच्चों में विज्ञान की शिक्षा की ललक
Bihar Latest News : दरभंगा शहर के वार्ड नंबर चार में स्थित तारामंडल विज्ञान और भूगोल के छात्रों के लिए आकर्षण का केंद्र है। परमेश्वर चौक के पास स्थित ...और पढ़ें

दरभंगा जिले का तारामंडल। जागरण
जागरण संवाददाता, दरभंगा। विज्ञान और भूगोल के क्षेत्र में जीगासा रखने वाले छात्र, शिक्षक, शोधार्थीयों की निगाह शहर में अगर कही दिखती है तो वह है वार्ड नंबर चार का बिहार का सबसे बड़ा दूसरा तारामंडल।
शहर का यह इलाका विज्ञान एवं भूगोल की चर्चा के लिए इसलिए जाना जाता है कि इसी परिसर के एक ओर जिला निबंधन एवं परामर्शदात्री केंद्र है, तो दूसरी ओर पालिटेक्निक। जहां हर ओर विज्ञान, विज्ञान की पढ़ाई, प्रयोग हो रहे है।
वैसे तो यहां का नीम पोखर भी चर्चित है। और सरकार बसों का पडाव स्थल भी। एक ढंग से यह शिक्षा का केंद्र है तो दूसरी ओर बस पड़ाव के कारण राहगीरों की दिलों का धड़कन भी है। यहां रात नहीं होती। दिन रात चहल पहल रहती है।
महेंद्र कुमार ठाकुर ने कहा, तारामंडल बनने के बाद परमेश्वर चौक की रौनक बदल गई है। चाय-पान की दुकानों की बिक्री बढ़ गई है। परमेश्वर चौक पर सार्वजनिक शौचालय नहीं है। जिसके कारण आनेवाले लोग परेशान रहते हैं। विशेष कर महिलाओं को भारी दिक्कत होती है। नगर निगम को इस चौक पर शौचालय निर्माण कराना चाहिए। साथ ही सड़क किनारे बनी दुकानों को व्यवस्थित करने की पहल हो।
संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि नीम चौक मोहल्ले के विकास का डीपीआर तैयार है। नाला व सड़क का निर्माण अविलंब शुरू होगा। महादलित बस्ती में घर तक नल लगाने का कार्य बुडको के चलते अधर में लटका हुआ है। इसे पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है।
पार्षद श्याम शर्मा ने बताया मोहल्ले में पालतू सूअर और आवारा पशु से लोग परेशान हैं। सूअरों का झुंड गंदगी को इधर से उधर तितर-बितर कर देता है। जिससे राहगीरों व मोहल्ले के लोग रोजाना परेशान रहते हैं। सूअर अचानक सड़क पर दौड़ जाते हैं। जिससे कई बाइक चालक दुर्घटना के शिकार बन चुके हैं। निगम प्रशासन को इसकी रोकथाम का उपाय करना चाहिए। सूअर की फैलाई गंदगी से लोग त्रस्त हो चुके हैं।
रेखा देवी ने कहा नया टोला परमेश्वर चौक मोहल्ला दरभंगा नगर निगम के वार्ड चार का हिस्सा है। सड़क-नाला एक हद तक दुरुस्त है, पर कई जगहों पर नाला ऊंचा है। जिस वजह से परमेश्वर चौक से बापू चौक जानेवाली सड़क पर हल्की बारिश से जल जमाव हो जाता है।
चंद्रदेव यादव ने कहा, बेला इंडस्ट्री एरिया की चिमनियों से निकले धुएं से नया टोला परमेश्वर चौक वासी परेशान हैं। प्लांट से निकला जहरीला धुंआ लोगों को बीमार बना रहा है। प्लांटों के धुएं संग डस्ट (छोटे कण) निकलता है। जो सांस के जरिए शरीर चला जाता है। मकानों की छत पर धुएं के डस्ट की परत की बिछ जाती है। जिसे रोजाना साफ करना पड़ता है।
विनीत कुमार वर्मा ने बताया कि वार्ड चार के काले गंज सुंदरपुर मोहल्ला में वर्षो से नाला व सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई ऐसी योजनाएं है जो कागज पर ही संचालित हैं।
विमला देवी ने बताया कि मोहल्लों में पेयजल की समस्या है। सबमर्सिबल वाले संपन्न लोगों को दिक्कत नहीं होती है पर गरीब परेशान हैं। मोहल्ले में एक सबमर्सिबल गड़ा है। जिसका कनेक्शन महादलित बस्ती में नहीं है। इसके चलते दिनभर बाल्टी में पानी भरकर घर ले जाना पड़ता है। नगर निगम के द्वारा हर घर में नल योजना पूरी होती तो परेशानी मिट जाती। इसके अभाव में निगम के वाटर टैंकर का इंतजार करना पड़ रहा है।
ललिया देवी ने बताया कि शहर में नीम चौक के नाम से दो मोहल्ले हैं। एक उर्दू बाजार में है और दूसरा बेला इंडस्ट्री एरिया में है। जल-जमाव के कारण मोहल्ले वासियों का जीना मुश्किल हो गया है। वार्ड में बेला इंडस्ट्रीज एरिया व तारामंडल का पानी बहाया जाता है। जो बरसाती पानी में मिलकर सड़क पर फैल जाता है। इंडस्ट्रीज एरिया के कारखानों के केमिकल युक्त पानी में आवाजाही से लोग पैरों में खुजली जैसी बीमारी के इंफेक्शन से ग्रस्त हो जाते हैं।
कूड़े का अविलंब हो उठाव
दैनिक जागरण का अभियान चमकेगा दरभंगा शहर तभी साकार होगा जब नगर निगम नालियों का कचरा सड़क पर चार दिन रखकर गंदगी नहीं फैलाए। इससे तो गंदगी घटने के बदले में और अधिक फैलाव होता है।
मो.नदीम अंसारी, छोटी काजीपुरा, वार्ड नं. 32
दो शिफ्ट में हो मोहल्लों में सफाई
सुबह सवेरे नगर निगम के सफाई कर्मी आते है। सफाई करके चले जाते है। इसके बाद फिर गंदगी पसरती है। उसे दूसरे दिन ही साफ किया जाता है। इससे अपना शहर कैसे चमकेगा। दैनिक जागरण का चमकेगा दरभंगा अभियान तभी चमकेगा जब दो शिफ्ट में सफाई की व्यवस्था हो।
ललित किशोर दूबे, लालबाग, दरभंगा।
भूगर्भीय जल की सुरक्षा से चमकेगा शहर का भविष्य
दरभंगा शहर के 48 वार्ड जिले के तीन अनुमंडल 18 प्रखंड जो 2279 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। शहर का उतर से दक्षिण अधिक है, पूरब से पश्चिम कम है। संभावना है कि पश्चिम में एम्स निर्माण होने पर विस्तार होगा। सवाल है कि शहर को सुंदर कैसे बनाया जाए।
शहर के पश्चिम स्थित बागमती एवं अन्य नदियां में सालों भर पानी की निरंतरता बनी रहे इसे बनाए रखना होगा। उत्तर और पूरब में कमला नदी की उप धारा जीवछ और गौसा कमला है उसे भी सतत वाहिनी एवं साफ पानी बनाए रखना होगा।
दरभंगा शहर के अंदर स्थित सभी तालाबों के अंगनई, को सुदृढ़ कर पानी को साफ रखना होगा और आहर महार भिंडा को अतिक्रमण मुक्त कर पेड़ पौधा लगाकर उसमें पार्क बनाकर सुंदर शहर बनाने की परिकल्पना साकार हो सकती है।
दरभंगा शहर में उतर से दक्षिण की ओर तीनों सरक है, जिसको चौड़ीकरण करके बीच में डिवाइडर देकर पेड़ पौधा लगाना होगा। शहर स्थित आम जमीन जो लोगों के द्वारा कब्जा कर अतिक्रमण कर लिया गया है उसे अतिक्रमण मुक्त कर पार्क, सार्वजनिक शौचालय व्यवस्थित रिक्शा ठेला स्टैंड बनाया जाना चाहिए।
शहर स्थित नालों को कंक्रीट से नहीं ढालकर मिट्टी से पानी को अलग किया जा रहा है। भूभर्ग जल कमी को रोकने के लिए अभी जो नाले बन रहे हैं विनाशकारी होगा। दरभंगा शहर स्थित पगडंडी, खेल मैदान इत्यादि को ध्यान में रखकर ही सुंदर दरभंगा का सपना साकार होगा।
प्रो. शारदा नंद चौधरी
सेवानिवृत प्रोफेसर भूगोल विभाग

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