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    वैशाली के रेस्टोरेंट में दरभंगा के रामसेवक की हत्या के खिलाफ फोरलेन को किया जाम

    By Rahul Kumar Gupta Edited By: Dharmendra Singh
    Updated: Wed, 24 Dec 2025 07:53 PM (IST)

    बिहार के वैशाली में एक रेस्टोरेंट के अंदर दरभंगा के रामसेवक की हत्या के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की ...और पढ़ें

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    फोरलेन को जामकर प्रशासन से न्याय दिलाने की मांग करते लोग। जागरण

    संवाद सहयोगी, दरभंगा। सदर थाना क्षेत्र के भुसकौल वार्ड चार निवासी परमेश्वर राम के पुत्र रामसेवक राम (50) की सोमवार की रात वैशाली जिले के अख्तियारपुर टोल प्लाजा के समीप एक रेस्टोरेंट में हत्या कर दी गई।

    इससे आक्रोशित स्वजन एवं ग्रामीणों ने शव के साथ दरभंगा-मुजफ्फरपुर फोरलेन को बसैला मोड़ के पास बुधवार की दोपहर जाम कर दिया। इसके बाद फोरलेन पर आगजनी कर न्याय की मांग करने लगे। रामसेवक रेस्टोरेंट में कारीगर का काम करता था।

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    स्वजन ने आरोप लगाया कि रेस्टोरेंट मालिक ने रामसेवक की हत्या के बाद पोस्टमार्टम कराकर सूचना दी। जब हमलोग होटल प्रबंधक से सवाल और पोस्टमार्टम प्रक्रिया से संबंधित कागजात की मांग करने पर शव को जल्द यहां से घर लेकर जाने को कहा गया।

    होटल प्रबंधक की जल्दबाजी देखकर स्वजन को दिमाग में हत्या किए जाने की बात आई। जब शव के बारे में पूछा गया तो बताया कि रेलवे ट्रैक पर शव पड़ा था। इस संबंध में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

    हमलोग शव को लेकर पिछले दो दिनों से वैशाली प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते रहे। किंतु इस ओर कोई पहल नहीं देखे जाने के बाद हमलोग को मजबूर होकर फोरलेन को जाम करना पड़ा। उधर ढाई घंटे तक दरभंगा मुजफ्फरपुर फोरलेन को जाम रखे जाने की वजह से सड़क पर राहगीरों में अफरा तफरी मच गई।

    फोरलेन के दोनों ओर से वाहनों की लंबी कतार खड़ी हो गई। इससे यातायात पूरी तरह प्रभावित हो गई। फोरलेन से आने व जाने वाले राहगीर परेशान रहे। करीब ढाई घंटे बाद सदर थाने की पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर जाम खत्म कराया। सदर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि पुलिस के समझाने पर लोग मान गए और शव लेकर घर चले गए।

    घटना सरकार की विफलता : सहनी

    जाम के दौरान पटना जा रहे वीआइपी सुप्रीमो मुकेश सहनी भी फंसे रहे। सहनी ने गाड़ी से उतरकर स्वजन से मिलकर पुलिस से कार्रवाई की मांग की और घटना को लेकर सरकार की विफलता बताया। उन्होंने बताया कि खुद ढाई घंटे से जाम में फंसा रहा।

    यहां के संबंधित प्रशासन को फोन लगाकर पीड़ित परिवार से वार्ता कर उनकी पीड़ा सुनकर आवश्यक कार्रवाई की मांग करता रहा। यहां की मौजूदा सरकार के साथ उनका प्रशासन भी बेखबर बना है। उन्हें जनता की समस्या से कोई लेना देना नहीं है। पुलिस प्रशासन के लोग शराब बेचवाने में लगे रहते हैं।