Darbhanga News: भगवान राम की शोभायात्रा पर रोड़ेबाजी, 3 लोग जख्मी; पुलिस को नहीं थी रूट की जानकारी
वाजितपुर के पठानटोली मोहल्ले में शुक्रवार देर रात भगवान राम की शोभायात्रा पर रोड़ेबाजी की घटना सामने आई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार शोभायात्रा को लेकर पुलिस से कोई लाइसेंस नहीं लिया गया था और ना ही पुलिस को रूट की कोई जानकारी थी। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, दरभंगा। नगर थानाक्षेत्र के वाजितपुर के पठानटोली मोहल्ला में शुक्रवार की देर रात प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण की बारात की शोभायात्रा के दौरान दो पक्षों में जमकर रोड़ेबाजी हुई। इसमें झांकी में शामिल तीन लोगों के जख्मी होने की बात कही जा रही है। हालांकि, सदर एसडीओ विकास कुमार का कहना है कि उन्हें किसी के जख्मी होने की सूचना नहीं मिली है।
पुलिस को नहीं थी शोभायात्रा की जानकारी
सदर एसडीओ विकास कुमार ने इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शोभायात्रा को लेकर कोई लाइसेंस नहीं लिया गया था। रूट के किसी थाने को भी इसकी सूचना नहीं दी गई थी। मौके पर पुलिस की टीम पहुंच गई, जिसके बाद से स्थिति नियंत्रित है। दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
घटना स्थल पर पहुंची पुलिस
अचानक शुरू हुई रोड़ेबाजी
उधर, घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि बहादुरपुर थानाक्षेत्र के तरौनी स्थित राम-जानकी मंदिर से प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण के बारात की शोभायात्रा वाजितपुर के बरही टोला स्थित दुर्गा मंदिर आई थी।
मंदिर में शोभायात्रा की वापसी को लेकर रस्म अदा की जा रही थी। इसी बीच तीन बटिया के पास झांकी और बाजा की गाड़ी को घुमाने दौरान अचानक पास के छत से रोड़ेबाजी होने लगी।
सड़क पर बिखरें पड़े ईंट के टुकड़े
35 मिनट में पहुंची पुलिस
रोड़ेबाजी के बाद अफरा-तफरी मच गई। सभी इधर-उधर भागने लगे। वहीं कुछ देर बाद शोभायात्रा में शामिल लोग और स्थानीय समर्थक भी जवाब में रोड़ेबाजी करने लगे। इस बीच शोभायात्रा को किसी तरह से वहां से रवाना कर दिया गया। घटना के 35 मिनट के बाद पुलिस पहुंची, तब तक शोभायात्रा जा चुकी थी।
रोड़ेबाजी के बाद दोनों तरफ से तनातनी की स्थिति बनी हुई थी। दोनों तरफ सड़क पर ईंट ही ईंट नजर आ रही थी।
घटनास्थल पर जुटी लोगों की भीड़
डरकर भागे लोग
शोभायात्रा के दौरान पास में भोज चल रहा था, लेकिन रोड़ेबाजी के बाद डरकर लोग वहां से अपने घर चले गए। उधर, सूचना पर शहरी क्षेत्र के सभी थाने से पुलिस पहुंच गई। नगर एसपी अशोक प्रसाद के नेतृत्व में दंगा नियंत्रण दस्ता के जवान ने मोर्चा संभाल लिया। तब जाकर स्थिति सामान्य हुई।
जांच में जुटी पुलिस
हालांकि, शोभायात्रा पर रोड़ेबाजी करने वाले कौन लोग थे, इसकी पहचान नहीं हो पाई है। स्थानीय लोगों का कहना था कि 2019 और 2021 में भी रोड़ेबाजी की घटना हुई थी। उधर, शांति समिति के सदस्य दोनों पक्षों से वार्ता कर शांति कायम करने में जुटे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।