'4 तोड़ने का जवाब 24 से देंगे', NDA पर बरसे ओवैसी; मिथिलांचल की इन सीटों पर कैंडिडेट उतारने की घोषणा
असदुद्दीन ओवैसी ने मिथिलांचल में 24 उम्मीदवार उतारने का एलान किया और एनडीए पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने एनडीए पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ काला कानून बनाने का आरोप लगाया और महिलाओं के खातों में पैसे डालने की योजना को दिखावा बताया। ओवैसी ने राजद पर सीटों को लेकर भी आरोप लगाए और नासिर शाह की मौत पर रोष जताया। उन्होंने अल्पसंख्यकों को इंसाफ दिलाने का संकल्प लिया।

जागरण टीम, दरभंगा/वैशाली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मिथिलांचल के जाले, बिस्फी, केवटी और दरभंगा से अपने उम्मीदवार उतारेंगे। कुछ लोगों ने सोचा था कि अगर चार विधायकों को तोड़ दिया जाए तो ये लोग कमजोर हो जाएंगे। उन्हें बताना चाहता हूं कि चार का जवाब 24 से दिया जाएगा।
वे मिथिलांचल न्याय यात्रा के दौरान सोमवार को जाले विधानसभा क्षेत्र के कुम्हरौली खेल मैदान में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने एनडीए नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि हम मस्जिद नहीं छोड़ने वाले हैं। नीतीश कुमार, नरेन्द्र मोदी, चिराग पासवान और कुशवाहा ने मिलकर एक गंदा और काला कानून बनाया है। इसका इस्तेमाल कर वे हमसे हमारी मस्जिदें और खानकाह तक छीन लेना चाहते हैं।
ओवैसी ने कहा, अब यह हाल हो चुका है कि महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये डाले जा रहे हैं। यदि महिलाओं से इतनी ही मोहब्बत थी तो आप अस्पताल बनवा देते, बच्चियों के लिए कालेज बनवा देते, बस केवल एलान कर रहे हैं। यही ड्रामा महाराष्ट्र में भी हुआ था। लेकिन, यह सब चलने वाला नहीं है।
हम खत्म करना चाहते नफरत, एनडीए नफरत की सियासत कर रहा : ओवैसी
वैशाली में महुआ प्रखंड के गांधी मैदान में सोमवार को न्याय संकल्प जनसभा में एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वह अल्पसंख्यकों को इंसाफ व सियासी हक दिलाने के साथ भारत में व्याप्त नफरत को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने एनडीए पर नफरत की सियासत करने का आरोप लगाया।
ओवैसी ने कहा कि एनडीए अल्पसंख्यकों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने पर लगा हुआ है। वक्त ऐसा है कि काले कानून लाए जा रहे हैं, लेकिन इसके खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाई जा रही है। सभा में ‘आइ लव मोहम्मद’ के जमकर नारे लगाए गए।
ओवैसी ने कहा कि राजद से हमारी पार्टी की प्रदेश कमेटी ने मात्र छह सीटों की मांग की थी, लेकिन तेजस्वी ने हमारी पार्टी की बात नहीं मानी। अब फैसला आपको करना है कि आप किसे वोट देंगे, कब तक आप पिछलग्गू बने रहेंगे, वोट की चोट से ऐसे नेताओं को सबक सिखाने का समय आ गया है।
राजापाकर में पांच सितंबर को मोहम्मद नासिर शाह की पुलिस हिरासत में हुई मौत पर उन्होंने रोष जताया और कहा कि पीएम, सीएम के अलावा चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा सभी चुप बैठे हैं, क्योंकि मरने वाले का नाम नासिर था। अगर कोई और होता तो सभी पुलिसकर्मी निलंबित होते। बिहार में अल्पसंख्यकों की जान की कोई कीमत नहीं है। अब आप अपने वोट के जरिए इन नेताओं को चोट पहुंचाएं। ओवैसी की सभा की सुरक्षा में पुलिस बल के अलावा लगभग सौ निजी सुरक्षा कर्मी भी तैनात थे।
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