Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    बिहार के पहले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पर बड़ा अपडेट, दरभंगा में काम अंतिम चरण में

    By Ajit kumarEdited By: Ajit kumar
    Updated: Mon, 29 Dec 2025 12:05 PM (IST)

    Bihar First Greenfield Expressway: बिहार के पहले ग्रीनफील्ड दरभंगा-आमस एक्सप्रेसवे का निर्माण दरभंगा जिले में अंतिम चरण में है। भारतमाला योजना के तहत ...और पढ़ें

    Hero Image

    Bihar Darbhanga Amas Highway: दरभंगा में पिलर निर्माण अंतिम चरण में पहुंचा। सौ. इंटरनेट मीडिया

    डिजिटल डेस्क, दरभंगा। Darbhanga Amas Expressway: बिहार के पहले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को लेकर बड़ी प्रगति सामने आई है। दरभंगा–आमस एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से आगे बढ़ रहा है और दरभंगा जिले में इसका कार्य अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह महत्वाकांक्षी परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा केंद्र सरकार की भारतमाला योजना के तहत विकसित की जा रही है। दरभंगा में जहां से एक्सप्रेसवे की शुरुआत होती है, वहां पिलर निर्माण लगभग पूरा कर लिया गया है। 

    इसी स्थान पर यह एक्सप्रेसवे काकरघाटी रेलवे स्टेशन के समीप दरभंगा–सकरी रेलखंड के ऊपर से गुजरेगा। खास बात यह है कि इसी क्षेत्र में दरभंगा एयरपोर्ट के लिए करीब 300 मीटर दायरे में CAT-II सिस्टम भी स्थापित किया जा रहा है, जिससे हवाई परिचालन को खराब मौसम के दौरान भी बेहतर बनाया जा सकेगा। 

    उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ेगा 

    दरभंगा–आमस एक्सप्रेसवे (NH-119D) राज्य का पहला एक्सेस-कंट्रोल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है। यह परियोजना उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच सीधा और तेज संपर्क स्थापित करेगी, जिससे न सिर्फ यात्रा आसान होगी बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी। 

    Darbhanga aamas 1

    कहां से कहां तक जाएगा मार्ग 

    यह एक्सप्रेसवे गया जिले के आमस से शुरू होगा, जो दिल्ली–कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-19) पर स्थित है, और दरभंगा जिले के बेला नवादा क्षेत्र तक पहुंचेगा, जो NH-27 के पास है। इसके जरिए औरंगाबाद-गया क्षेत्र को सीधे मिथिलांचल के प्रमुख शहर दरभंगा से जोड़ा जाएगा। 

    इन जिलों से होकर गुजरेगा  

    करीब 189 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे बिहार के सात जिलों—औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, पटना, वैशाली, समस्तीपुर और दरभंगा—से होकर गुजरेगा। पटना में यह कच्ची दरगाह–बिदुपुर सिक्स लेन पुल के माध्यम से गंगा नदी को पार करेगा। 

    लागत, लेन और डिजाइन 

    इस परियोजना पर लगभग 5,000 से 6,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। शुरुआती चरण में यह 4-लेन एक्सप्रेसवे होगा, हालांकि इसे भविष्य में 6-लेन तक विस्तारित करने की योजना के अनुरूप डिजाइन किया गया है। 

    निर्माण की स्थिति और लक्ष्य 

    एक्सप्रेसवे को चार अलग-अलग पैकेज में तैयार किया जा रहा है। पटना और गया के बीच करीब 40 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। कुछ हिस्सों में भूमि अधिग्रहण के कारण काम प्रभावित हुआ था, लेकिन अब निर्माण कार्य को प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाया जा रहा है। आधिकारिक लक्ष्य मार्च 2026 तक परियोजना को पूरा करने का है। 

    आमलोगों को होंगे बड़े फायदे 

    एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद गया से दरभंगा की यात्रा का समय 5–6 घंटे से घटकर करीब 2.5 से 3 घंटे रह जाएगा। इससे पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी। साथ ही उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच माल ढुलाई आसान होने से व्यापार और उद्योग को भी बड़ा लाभ मिलेगा।