Vivah Muhurat 2025: 8 जून के बाद थम जाएगी शहनाइयों की गूंज, चार माह तक सभी मांगलिक कार्यों पर लग जाएगा ब्रेक
हिंदू धर्म में विवाह के अंतिम शुभ मुहूर्त 8 जून को है। 11 जून को गुरु ग्रह अस्त हो जाएगा जिससे चातुर्मास के दौरान विवाह और अन्य मांगलिक कार्य नहीं होंगे। प्रबोधिनी एकादशी के बाद मांगलिक कार्य शुरू होंगे और नवंबर-दिसंबर में विवाह के शुभ मुहूर्त रहेंगे। 11 दिसंबर को शुक्र ग्रह के अस्त होने के बाद विवाह मुहूर्त 4 फरवरी 2026 से शुरू होंगे।

गिरधारी अग्रवाल, बक्सर। हिंदू कर्मकांडियों के अनुसार अंतिम वैवाहिक लग्न मुहूर्त आठ जून को है। 11 जून दिन बुधवार को शाम 6:40 बजे पूरब दिशा में गुरु ग्रह अस्त हो जाएंगे, जो सात जुलाई दिन सोमवार को दिन में तीन बजे पूरब दिशा से उदय लेंगे। इससे पूर्व छह जुलाई को विष्णुशयनी एकादशी है।
इसी के दूसरे दिन से चातुर्मास भी प्रारंभ हो जाएंगे। धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन से सभी मांगलिक कार्य जैसे विवाह, जनेऊ, गृह प्रवेश, मुंडन आदि पर लगभग चार माह के लिए ब्रेक लग जाएगा।
आचार्य अमरेंद्र कुमार शास्त्री उर्फ साहेब पंडित ने बताया कि गुरु को वैवाहिक जीवन और दांपत्य सुख का कारक माना जाता है। गुरु के अस्त होने पर वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ सकती हैं और दांपत्य सुख कम हो सकता है।
ज्योतिष गणना में ग्रह का विशेष महत्व
ज्योतिष गणना में गुरु एवं शुक्र दोनों ग्रह का विशेष महत्व है। कर्मकांडी रामेश्वर पंडित बताते हैं कि गुरु ग्रह के अस्त होने पर शादी-विवाह नहीं किए जाते, क्योंकि इसे शुभ नहीं माना जाता है। गुरु ग्रह को धर्म, शिक्षा और ज्ञान का कारक माना गया है।
शुभ कार्यों में बाधा
ज्योतिषाचार्य नरोत्तम द्विवेदी बताते हैं कि गुरु ग्रह के अस्त होने पर उसकी शक्ति कम हो जाती है और उसका प्रभाव कम हो जाता है, जिससे शुभ कार्यों में बाधा आती है। लेकिन इन ग्रहों के उदित रहने के बावजूद वैवाहिक लग्न योग हेतु लग्न की स्थिति, ग्रहों का प्रभाव, अष्टकूट गुण तथा लग्न और राशि के बीच तालमेल एवं ग्रहों के शुभ और अशुभ प्रभाव के भी मूल्यांकन किए जाते हैं।
इस कारण गुरु ग्रह के अस्त होने से तीन दिन पूर्व ही वैवाहिक योग मुहूर्त नहीं बन रहे, सो आठ तारीख को अंतिम मुहूर्त है।
प्रबोधिनी एकादशी से प्रारंभ होंगे मांगलिक कार्य
आचार्यों ने कहा कि इसके बाद एक नवंबर को प्रबोधिनी एकादशी है, जिसे देव उठनी एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन से मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएंगे। लेकिन ज्योतिष गणना के अनुसार वैवाहिक शुभ लग्न मुहूर्त 18 नवंबर से प्रारंभ होंगे।
नवंबर-दिसंबर में कुल 13 वैवाहिक लग्न मुहूर्त
उन्होंने बताया कि नवंबर-दिसंबर में कुल 13 वैवाहिक शुभ लग्न मुहूर्त हैं, जो 18 नवंबर से प्रारंभ होकर छह दिसंबर तक हैं। 11 दिसंबर को शुक्र ग्रह अस्त हो रहे हैं, सो इसके बाद चार फरवरी 2026 से वैवाहिक लग्न मुहूर्त प्रारंभ होंगे।
कब है शुभ मुहूर्त?
नवंबर में - 18, 19 एवं 21 से 25 तक तथा 29 व 30 तारीख को
दिसंबर में - 01, 04, 05 व 06 तारीख को।
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