भूमि संघर्ष समिति ने पुतला फूंक जताया विरोध
एक बार फिर पुराना भोजपुर स्थित शिव मंदिर प्रांगण में एनएच-84 भूमि अधिग्रहण संघर्ष समिति।
बक्सर। एक बार फिर पुराना भोजपुर स्थित शिव मंदिर प्रांगण में एनएच-84 भूमि अधिग्रहण संघर्ष समिति की बैठक हुई। समिति ने एनएच-84 के मुआवजा की मांग मजबूती से रखी। बैठक में उपस्थित किसानों ने कहा कि सरकार जब तक हमारे जमीन का उचित मुआवजा नहीं देगी, तब तक हम संघर्ष करते रहेंगे। किसानों ने कहा कि जिला भू अर्जन विभाग किसानों के साथ धोखा कर रहा है। समिति के सभी 42 मौजा के किसानों की एकता मजबूत है। हमारी एकता को तोड़ कर सरकार औने-पौने मुआवजा देकर किसानों को चुप कराना चाहती है।
बैठक में चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति तय हुई। वक्ताओं ने एनएच-84 के भूमि अधिग्रहण के विषय में लोगों से कहा कि आप लोगों का जमीन कृषि श्रेणी में लिया जा रहा हैं। जिसमें मौजा के भू-धारियों ने शिरकत की सभी भू-धारी एक मत से यह आश्चर्य करते हुए विरोध से बोले कि हम लोगों की रोड के दोनों तरफ की जमीन व्यावसायिक घोषित है। जिसका प्रमाण निबंधन कार्यालय तथा चक बनते समय ही चकबंदी कार्यालय में दर्शाया गया हैं। फिर भी बिहार सरकार हमारे जमीन का मुआवजा कृषि की दर से देने पर आमादा हैं। अंतत: सभी किसानों ने सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया कि जब तक व्यावसायिक दर से मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक जमीन नहीं देंगे। निबंधन कार्यालय में रोड के चौहद्दी देने पर व्यावसायिक दर से राजस्व लेती है। हमको किस आधार पर कृषि दर देती है। क्यों जब केंद्र सरकार को मुआवजा राशि देना है तो बिहार सरकार किसानों को क्यों गला घोंटने और आमादा हैं। इन सभी मुद्दों पर सरकार पहल नहीं करती है तो एनएच-84 के भू-धारी चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। बैठक के बाद पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत समिति ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंककर विरोध जताया। भू-धारी किसानों ने मुख्यमंत्री मुर्दाबाद का नारा लगाया। इस अवसर पर रबींद्र मिश्रा, त्रिवेणी मिश्रा, सुरेश ¨सह, बलिराम दुबे, रामव्यास पांडेय, बीरेंद्र ¨सह, ज्योतिष राम, कन्हैया दुबे, अक्षय कुमार यादव, काशीनाथ ¨सह, नागेंद्र कुमार तिवारी, पप्पू ¨सह मौर्या, ईश्वर चंद प्रसाद, शंभू दुबे, भिरुग दुबे, राजेंद्र ¨सह, राजेश पांडेय, प्रदीप कुमार मिश्रा, विनय कुमार मिश्रा सहित क्षेत्र के सभी भू-धारी उपस्थित थे। बैठक का संचालन अनिल कुमार राय ने किया।
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