बक्सर में गंगा का जलस्तर बढ़ा, दियारावासी भयाक्रांत, नाव बनी आवागमन का सहारा
ड़कागांव से लेकर केशोपुर तक गंगा का पानी अब बक्सर-कोईलवर तटबंध तक पहुंच गया है तथा इसका प्रवाह अब मैदानी भाग की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है। परसनपाह पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सुनील कुमार यादव के अनुसार गुरुवार की रात से जलस्तर में अत्यधिक तेजी दर्ज की गई है।

संवाद सहयोगी, सिमरी (बक्सर)। गंगा के जलस्तर में चौथी बार अचानक हो रही वृद्धि ने सिमरी प्रखंड के दियारा क्षेत्र के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। खासकर श्रीकांत राय के डेरा गांव की स्थिति अत्यंत भयावह हो चुकी है। बाढ़ के पानी से पूरा गांव चारों ओर से घिर गया है, जिससे बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है। अब ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह नावों पर निर्भर हो गया है।
स्थानीय पंचायत के पूर्व बीडीसी कृष्ण कुमार यादव, सुरेश कुमार व मनजी यादव समेत अन्य ने बताया कि न सिर्फ लोग, बल्कि मवेशी भी गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। उधर बड़कागांव से लेकर केशोपुर तक गंगा का पानी अब बक्सर-कोईलवर तटबंध तक पहुंच गया है तथा इसका प्रवाह अब मैदानी भाग की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है। परसनपाह पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सुनील कुमार यादव के अनुसार, गुरुवार की रात से जलस्तर में अत्यधिक तेजी दर्ज की गई है। अगर यह रफ्तार यूं ही बनी रही, तो अगले तीन-चार दिनों में दियारा का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो जाएगा।
गांवों में दहशत का माहौल, सड़कें डूबीं
गंगा के किनारे बसे गुरुदेव नगर, भिक्षु के डेरा, दादाबाबा के डेरा, बेनीलाल के डेरा, टेकमन के डेरा, लाल सिंह के डेरा, सुचित के डेरा, बिगु के डेरा, गर्जन पाठक के डेरा और तिलक राय के हाता के लोग डरे हुए हैं। उन्हें हर समय आशंका है कि कब उनका घर पानी से घिर जाए। गंगौली-जनेश्वर मिश्र सेतु मुख्य मार्ग तथा तवकल राय के डेरा से गुरुदेव आश्रम जाने वाली सड़क पर पानी चढ़ जाने से आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। गंगौली के पास प्रशासन ने खतरे का संकेतक बोर्ड लगा दिया है, जबकि कुछ लोग अब भी जान जोखिम में डालकर उस रास्ते से गुजर रहे हैं, जिनमें छोटे बच्चे भी शामिल हैं।
12 आश्रय स्थल चिन्हित, 15 गोताखोरों की हुई प्रतिनियुक्ति
बाढ़ की संभावना के मद्देनजर अंचल प्रशासन ने 12 स्थलों को आश्रय स्थल के रूप में चिह्नित किया है, जिनकी संख्या जरूरत पड़ने पर बढ़ाई जा सकती है। इसके अलावा 15 गोताखोर तैनात किए गए हैं और सभी निबंधित नाविकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। केशोपुर, परसनपाह, राजपुर कला, नियाजीपुर खुर्द, राजापुर और गंगौली पंचायतें बाढ़ से प्रभावित होती हैं। अंचल कार्यालय के पोर्टल पर अपलोड पारिवारिक सूची के अनुसार अब तक 5600 लोग सहायता के पात्र हैं।
जान-माल की सुरक्षा को लेकर प्रशासन पूरी तरह तैयार
बाढ़ की स्थिति में लोगों के जान-माल की सुरक्षा को लेकर प्रशासन पूरी तरह तैयार है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को आवश्यक दवाइयों का भंडारण करने और प्रसूति महिलाओं की सूची देने का निर्देश दिया गया है। श्रीकांत राय के डेरा गांव में तीन गोताखोर और दो नाव की व्यवस्था की गई है, जिससे आवागमन को सुगम बनाया जा सके।
भगवती शंकर पाण्डेय, अंचलाधिकारी, सिमरी
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