बक्सर में एसडीओ आवास के सामने नहीं बनेगा विश्वामित्र पार्क! मुख्य पार्षद को क्यों आपत्ति? सांसद को ज्ञापन
बक्सर में विश्वामित्र पार्क के लिए चिह्नित स्थल पर विवाद बढ़ रहा है। मुख्य पार्षद कमरुन निशा फरीदी ने सांसद सुधाकर सिंह को ज्ञापन सौंपकर आपत्ति जताई ह ...और पढ़ें

दिशा की बैठक में सांसद को ज्ञापन सौंपती मुख्य पार्षद कमरुन निशा फरीदी। जागरण
जागरण संवाददाता, बक्सर। विश्वामित्र पार्क के लिए चिह्नित स्थल को लेकर गतिरोध बढ़ता दिख रहा है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 25 अगस्त को आनन-फानन में सदर अनुमंडल पदाधिकारी के आवास के ठीक सामने सोन नहर और किला मैदान के बीच की जमीन पर इस पार्क का शिलान्यास किया गया था।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के तत्कालीन मंत्री डाॅ. सुनील कुमार ने पार्क के लिए समारोह पूर्वक भूमि पूजन किया था।
यह अलग बात है कि भूमि पूजन के चार महीने बाद भी इस योजना में एक इंच की प्रगति भी देखने को नहीं मिल रही है। दूसरी तरफ बक्सर नगर परिषद की मुख्य पार्षद कमरुन निशा फरीदी ने इस योजना के लिए प्रस्तावित स्थल पर आपत्ति जताई है।
मुख्य पार्षद ने सांसद को सौंपा ज्ञापन
बकायदा यह मामला जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में उन्होंने उठाया है। उन्होंने दिशा के अध्यक्ष और स्थानीय सांसद सुधाकर सिंह को इस बारे में एक ज्ञापन भी सौंपा।
दरअसल किला मैदान के पश्चिम नहर के तरफ सब्जी बाजार और वेंडिंग जोन बनाने की तैयारी नगर परिषद कर रहा था। इसके लिए वहां मिट्टी भराई और ईंट सोलिंग जैसे कुछ शुरुआती कार्य भी नगर परिषद ने कराए थे।
इसके बाद भी सब्जी बाजार और वेंडिंग जोन को वहां स्थानांतरित करने में नगर परिषद विफल हो गया। एकाध बार बेमन से कोशिशें जरूर की गईं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इस बीच इसी जगह पर दूसरे विभाग की नजर गड़ गई।
चुनाव से ठीक पहले यहां मंत्री को बुलाकर पार्क का शिलान्यास करा दिया गया, जबकि यहां 100 मीटर से भी कम दायरे में तीन पार्क पहले से बने हुए हैं।
इनमें एक एसडीओ आवास के ठीक सामने विष्णु वाटिका, इसके बगल में नगर परिषद का बनाया दूसरा पार्क और किला मैदान के दक्षिण-पश्चिम कोने में बना तीसरा पार्क शामिल है।
सब्जी बाजार और वेंडिंग जोन के लिए चिह्नित थी जगह
मुख्य पार्षद ने बताया कि मेन रोड और किला मैदान रोड के आसपास लग रहे सब्जी बाजार को हटाने के लिए उक्त स्थल पर वेंडिंग जोन बनाने का प्रस्ताव लिया गया था।
इन दोनों सड़कों का चौड़ीकरण शुरू हो चुका है। इसलिए सब्जी बाजार को वहां से हटाना मजबूरी है और इसके लिए आसपास कोई दूसरी उपयुक्त जगह उपलब्ध भी नहीं है।
सब्जी बाजार और वेंडिंग जोन को वहां स्थानांतिरत करने के बाद ही शहर में अतिक्रमण की गंभीर समस्या का निदान भी संभव है।
बसांव मठिया के सामने विश्वामित्र सरोवर बनाने की तैयारी
नगर परिषद बोर्ड की बैठक में महर्षि विश्वामित्र की प्रतिमा के लिए स्टेशन रोड में बसांव मठिया के सामने राम जानकी पोखरा में महर्षि विश्वामित्र सरोवर बनाने का निर्णय लिया जा चुका है।
फिलहाल यह सरोवर भी उपेक्षित और अतिक्रमण का शिकार है। हालांकि नगर परिषद ने भी इस दिशा में जमीनी स्तर पर कोई प्रयास अब तक शुरू नहीं किए हैं और पूरा मामला अभी बैठकों और चर्चाओं तक सिमटा है।
मृत नहर की जमीन पर पार्क बनाने के लिए पर्याप्त जमीन
जिला मुख्यालय में सोन नहर की दो तरह की जमीन है। विभागीय शब्दावली में इसमें एक को एस्केप कैनाल यानी निकास नहर है, यह हिस्सा 11 नंबर लाक से नया बस स्टैंड के पीछे से निकलकर ज्योति प्रकाश चौक होते हुए नाथ बाबा मंदिर के पास गंगा में मिल जाता है।
इसका दूसरा हिस्सा डेड कैनाल यानी मृत नहर के नाम से जाना है। यह हिस्सा भी 11 नंबर लाॅक से शुरू होता है और बस स्टैंड के पूरब से निकलते हुए सिंडीगेट होते हुए मठिया मुहल्ला के पास जाकर गंगा में मिल जाता है।
नहर विभाग के लिए अब यह नहर और इसके आसपास की भूमि लगभग पूरी तरह अनुपयोगी साबित हो रही है। इस पूरी जमीन पर अतिक्रमण है।
वन एवं पर्यावरण विभाग ने जब विश्वामित्र पार्क बनाने के लिए घोषणा की, तो शुरुआत में यही बताया गया कि इसका निर्माण मृत नहर की जमीन पर होगा, लेकिन आखिर में इसका शिलान्यास निकास नहर के अंतिम छोर पर कर दिया गया।

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