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    57 शिक्षकों को स्‍नातक ग्रेड में प्रोन्‍नत‍ि को औपबंध‍िक वरीयता सूची जारी, बक्‍सर में श‍िक्षक संघ को क्‍यों आपत्‍त‍ि?

    By Rajesh Tiwari Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Sat, 27 Dec 2025 04:38 PM (IST)

    बक्सर जिले में 57 शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति देने की प्रक्रिया तेज हो गई है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने अनुकंपा और छूटे हुए शिक्षकों की औ ...और पढ़ें

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    एनआइसी को प्रकाशन के ल‍िए भेजा गया पत्र। सांकेत‍िक तस्‍वीर

    जागरण संवाददाता, बक्सर। जिले में अनुकंपा पर बहाल शिक्षकों समेत अन्य शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति देने की प्रक्रिया तेज हो गई है।

    जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) रजनीश उपाध्याय ने औपबंधिक वरीयता की तीन सूची तैयार कर उसे एनआइसी पर प्रकाशन के लिए पत्र जारी कर दिया है।

    इस सूची में अनुकंपा व पूर्व में छूटे हुए कुल लगभग 57 शिक्षकों के नाम शामिल किए गए हैं। सूची में साहित्य अलंकार की डिग्री प्राप्त ऐसे शिक्षकों को भी शामिल किया गया है, जिन्हें पूर्व में शामिल किया जाना था, लेकिन किसी कारणवश उनका नाम छूट गया था।

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    अब इन शिक्षकों के नाम शामिल होने से उनमें हर्ष का माहौल है। बताया जाता है कि डीपीओ स्थापना द्वारा तीन प्रकार की सूची प्रकाशित की गई है, जिसमें कला एवं विज्ञान वर्ग की अलग-अलग सूची शामिल है।

    इसके अलावा 1993 शिक्षक प्रोन्नति नियमावली से आच्छादित उन शिक्षकों की भी सूची जारी की गई है, जिन्हें वर्ष 2012 में स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति दी गई थी।

    राघवेंद्र शर्मा बनाम बिहार सरकार के निर्णय के आलोक में इन्हें भूतलक्षी प्रभाव से प्रोन्नति दी जानी है। इसमें स्नातक विज्ञान के 28 तथा स्नातक कला के 68 शिक्षकों की सूची जारी की गई है।

    इसके बाद इन्हें प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नत किया जाना है। इसके अतिरिक्त 34,500 वेतनमान वाले शिक्षकों को वर्तमान अस्थाई कार्यकारी प्रोन्नति नियमावली 2023 के तहत स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति देने की मांग भी उठी है, ताकि स्नातक ग्रेड के पद भरे जा सकें और शिक्षण कार्य को और बेहतर बनाया जा सके।

    सूची पर शिक्षक संघ ने जताई आपत्ति 

    इस सूची को लेकर आपत्तियां भी सामने आई हैं। बताया जाता है कि राजपुर से छह शिक्षकों में से केवल तीन शिक्षकों के नाम ही सूची में शामिल किए गए हैं।

    अशोक कुमार सिंह, रविकांत सिंह एवं सुरेंद्र प्रताप सिंह का नाम छोड़ दिया गया है। इस पर प्राथमिक शिक्षक संघ गोप गुट मूल के जिला अध्यक्ष डा. सुरेंद्र कुमार सिंह ने सवाल किया है कि जब छह में से तीन शिक्षकों का नाम शामिल किया गया है, तो शेष तीन को क्यों छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि इस पर आपत्ति जताई जाएगी।