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    बक्सर में जीविका की 90818 महिलाओं को मिली रोजगार योजना की पहली किस्त, खाते में 10000 ट्रांसफर

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 04:30 PM (IST)

    बक्सर में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के अंतर्गत 90818 महिलाओं को 90 करोड़ 81 लाख 80 हजार रुपये का अंतरण किया गया। पीएम मोदी ने सीएम नीतीश कुमार की उपस्थिति में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राशि का अंतरण किया। इस योजना के तहत प्रत्येक महिला को रोजगार शुरू करने के लिए 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें।

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    बक्सर में जीविका की 90818 महिलाओं को मिली रोजगार योजना की पहली किस्त

    जागरण संवाददाता, बक्सर। शुक्रवार को 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' (Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana) के अंतर्गत जिले की जीविका की 90818 महिलाओं को 10-10 हजार रुपये प्रति महिला के दर से कुल 90 करोड़ 81 लाख 80 हजार रुपए का अंतरण किया गया। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण नगर भवन में किया गया।

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    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उक्त राशि का अंतरण किया। इसके तहत राज्य की 75 लाख महिला लाभुकों को 10,000 प्रति लाभुक की दर से 7500 करोड़ की राशि का अंतरण किया गया।

    इससे पूर्व जिला पदाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह एवं जीविका दीदियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिलाधिकारी ने कहा कि इस योजना अंतर्गत राज्य के सभी परिवारों की एक महिला को रोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता दिए जाने की योजना है। हर समुदाय व हर वर्ग के परिवारों की महिलाएं इसका लाभ ले सकती हैं।

    बताया कि अपनी पसंद का रोजगार शुरु करने के लिए प्रारंभिक राशि 10 हजार दी जा रही है। बाद में आकलन कर दो लाख रुपए तक की अतिरिक्त वित्तीय सहायता का प्रावधान है। पसंद के रोजगार के लिए प्रशिक्षण की भी व्यवस्था है। यह सामुदायिक सहकारिता आधारित योजना है।

    योजना से लाभान्वित कराने के लिए लाभुकों को पहले स्थानीय स्वयं सहायता समूह से जोड़ा जाएगा। रोजगार के चयन एवं उसे शुरू करने में उन्हें स्थानीय समूहों की सहायता मिलेगी। जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि लाभुकों को राज्य में सफलतापूर्वक कार्यरत 11 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 1 करोड़ 40 लाख से अधिक जीविका दीदियों की संगठनात्मक व्यवस्था का सहयोग मिलेगा।

    प्रशिक्षण, उत्पादन में सहयोग के साथ-साथ महिलाओं के उत्पादों की बिक्री के लिए गांव से शहरों तक हाट-बाजार भी विकसित किए जाएंगे। इस योजना का लक्ष्य महिलाओं को रोजगार एवं उद्यमिता के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है। स्वावलंबन एवं आत्मनिर्भरता पर केेंद्रित इस योजना के माध्यम से राज्य एवं देश के आर्थिक विकास को बल मिलेगा।