डुमरांव में न्यायालय भवन निर्माण का रास्ता साफ, इस जगह तय हुई जमीन
डुमरांव के नागरिकों के लिए खुशखबरी है अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय भवन के निर्माण के लिए नया भोजपुर के पास जमीन मिल गई है। नगर परिषद ने अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया है जिसके बाद जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विधि विभाग ने 10 कमरों वाले दो मंजिला भवन का प्रस्ताव रखा है जिसमें न्यायिक अधिकारियों के आवास और अधिवक्ताओं के लिए वकालतखाना भी होगा।

अरुण विक्रांत, डुमरांव (बक्सर)। अनुमंडल क्षेत्र के नागरिकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। डुमरांव में अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय के भवन निर्माण के लिए उपयुक्त जमीन की खोज पूरी हो चुकी है।
स्थानीय नगर परिषद क्षेत्र के अंतर्गत नया भोजपुर के निकट अनाबाद सर्वसाधारण किस्म की लाठ मौजा में व्यवहार न्यायालय, न्यायिक अधिकारियों के आवास और वकालत खाना के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है।
प्रस्तावित जमीन की सीमा में उत्तर में एनएच-922, दक्षिण में खेसरा संख्या 3057 और 3060, पूरब में निजी खेसरा और पश्चिम में निजी जमीन मौजूद है। इस जमीन के हस्तांतरण की प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
डुमरांव नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने अपने पत्रांक-1572 के माध्यम से इस जमीन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया है। एनओसी प्राप्त होने के बाद विधि विभाग को जमीन हस्तांतरित करने की प्रक्रिया डुमरांव अंचल कार्यालय स्तर पर शुरू है।
पांच साल पुरानी चुनौती का समाधान
पांच साल पहले अनुमंडल प्रशासन ने हरियाणा फार्म (पशुपालन विभाग) की करीब छह एकड़ जमीन को व्यवहार न्यायालय के लिए चिह्नित किया था, लेकिन विधि विभाग ने उस जमीन को अस्वीकार कर दिया था।
इसके बाद उपयुक्त जमीन की तलाश एक बड़ी चुनौती थी। लंबे प्रयासों के बाद अनुमंडल प्रशासन ने नया भोजपुर के पास आंशिक रूप से अनाबाद सर्वसाधारण और अधिकांश रैयती जमीन चिह्नित की है। रैयती जमीन के भू-अर्जन के लिए प्रशासनिक स्तर पर कवायद तेज कर दी गई है।
10 कमरों वाला दो मंजिला भवन प्रस्तावित
विधि विभाग ने व्यवहार न्यायालय के लिए 10 कमरों वाले दो मंजिला भवन का निर्माण प्रस्तावित किया है। इस भवन के साथ-साथ न्यायिक अधिकारियों के आवास और अधिवक्ताओं के लिए वकालतखाना भी बनाया जाएगा। इस मुद्दे को लेकर दैनिक जागरण समय-समय पर प्रमुखता से उठाता रहा है।
कहते हैं अधिकारी?
व्यवहार न्यायालय के भवन निर्माण के लिए जमीन की तलाश पूरी हो चुकी है। विधि विभाग को करीब छह एकड़ जमीन की जरूरत है। नया भोजपुर के पास चिह्नित जमीन में आंशिक हिस्सा अनाबाद सर्वसाधारण और अधिकांश रैयती है। अधिसूचना प्रकाशन के बाद रैयती जमीन के भू-अर्जन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। - राकेश कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, डुमरांव
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