Buxar News: बक्सर में बालू माफियाओं में मचा हड़कंप, 10 बालू लदे ट्रक जब्त; SP-DM ने निकाल दी हेकड़ी
Buxar News बक्सर जिले में अवैध बालू खनन पर रोक लगाने के लिए प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य के नेतृत्व में संयुक्त छापेमारी अभियान चलाया गया जिसमें 10 अवैध बालू लदे वाहन जब्त किए गए और 2.30 लाख रुपये का आर्थिक दंड लगाया गया। इसके अलावा परिवहन विभाग ने 106 वाहनों की जांच कर 5.60 लाख रुपये का जुर्माना वसूला।

जागरण संवाददाता, बक्सर। Buxar News: बक्सर जिले में अवैध बालू खनन, परिवहन और भंडारण पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने गुरुवार की रात बड़ी कार्रवाई की। जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य के नेतृत्व में डुमरांव, नावानगर, गोलंबर, जासो-नदाव पथ, टोल प्लाजा, वीर कुंवर सिंह सेतु चेकपोस्ट आदि स्थानों पर संयुक्त छापेमारी अभियान चलाया गया।
इस अभियान में खनन विभाग ने अवैध रूप से बालू लदे 10 वाहनों को जब्त किया। इनमें दो गीला बालू लदे ट्रक, सात बिना ढके हुए ट्रक और एक ओवरलोडेड वाहन शामिल हैं।
इन वाहनों के मालिकों पर लगभग 2.30 लाख रुपये का आर्थिक दंड लगाया गया। इसके अलावा, परिवहन विभाग ने 106 वाहनों की जांच कर नियमों के उल्लंघन पर लगभग 5.60 लाख रुपये का जुर्माना वसूला।
पुलिस से बचकर भागने में बालू लदा ट्रैक्टर पलटा
सारण के जैतपुर रेलवे ढाला 62 सी के समीप पुलिस द्वारा जब्त करने के बाद थाने लाया जा रहा बालू लदा एक ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खेत में पलट गया। उसपर सवार दाउदपुर थाने का एक चौकीदार मामूली रूप से जख्मी हो गया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि शुक्रवार की सुबह पीएसआई अभिनंदन कुमार सिंह थाना क्षेत्र के बरेजा से बालू लदा एक ट्रैक्टर को जब्त कर थाने लेकर आ रहे थे।
इसी बीच चालक ट्रैक्टर को लेकर भागने की फिराक में उसकी गति को बढ़ा दिया। जिससे असंतुलित होकर जैतपुर रेलवे ढाला के समीप सड़क किनारे गेहूं के खेत में पलट गया।
भाग रहे चालक को पुलिस बल के जवानों ने पीछा किया। चालक पुलिस से बचने के लिए सरसों के खेत में छुप गया था लेकिन जवानों ने उसे पकड़ लिया। ट्रैक्टर चालक छपरा डोरीगंज का उमेश चौधरी बताया गया है।
बालू माफिया की वजह से होता है नुकसान
- पर्यावरण की क्षति: अवैध बालू खनन से नदियों और जल स्रोतों के इकोसिस्टम को नुकसान पहुंचता है, जिससे जलीय जीवन और पारिस्थितिकी तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- कानून और व्यवस्था की समस्या: बालू माफिया की गतिविधियों से कानून और व्यवस्था की समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जैसे कि रिश्वत, हिंसा और अन्य अवैध गतिविधियाँ।
- आर्थिक नुकसान: अवैध बालू खनन और परिवहन से सरकार को राजस्व की हानि होती है, जिससे सार्वजनिक सेवाओं और परियोजनाओं के लिए धन की कमी होती है।
- सामाजिक समस्याएं: बालू माफिया की गतिविधियों से स्थानीय समुदायों को भी नुकसान पहुंचता है, जैसे कि जल स्रोतों के प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण और अन्य सामाजिक समस्याएं।
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