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    बक्सर केंद्रीय विद्यालय का पुराना भवन बना पुलिसकर्मियों का बसेरा, अनफिट भवन में शैक्षणिक गतिविधियां जारी

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 06:24 AM (IST)

    बिहार के बक्सर स्थित केंद्रीय विद्यालय में पुलिसकर्मियों का डेरा है। विद्यालय के अनफिट भवन में शैक्षणिक गतिविधियां जारी हैं, जिससे छात्रों की सुरक्षा ...और पढ़ें

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    बक्सर केंद्रीय विद्यालय का पुराना भवन बना पुलिसकर्मियों का बसेरा। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, बक्सर। केंद्रीय विद्यालय का पुराना भवन, जिसके कई कमरों को भवन निर्माण विभाग ने अनफिट घोषित कर दिया है, वह अब पुलिसकर्मियों का बसेरा बन गया है, जबकि गौर करने लायक बात यह कि विद्यालय की कुछ एक शैक्षणिक गतिविधियां अभी भी वहां संचालित होती हैं।

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    बावजूद उसे पुलिस कर्मियों को रहने के लिए दे दिया गया है। ऐसे में वहां बच्चों को परेशानियों के दौर से गुजरना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि वहां पुलिसकर्मी मजे में हैं। उन्हें भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बावजूद, इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

    आलम यह है कि विद्यालय में जाने पर वहां घर जैसा माहौल दिखाई दे रहा है। विद्यालय की चहारदीवारी के भीतर एवं बाहर कपड़े सूखने के डाले हुए मिल रहे हैं। इस परिस्थिति में वहां बच्चों को कई बार असहज स्थिति का भी सामना करना पड़ रहा है।

    हालांकि, पुलिस कर्मी भी वहां सहज नहीं है। इस संबंध में एक पुलिसकर्मी ने बताया कि उक्त स्थान पर रहने में उन लोगों को भी कई तरह की परेशानियों के दौर से गुजरना पड़ रहा है। नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर उन्होंने बताया कि उन लोगों ने संबंधित अधिकारी को इसके बारे में लिखकर भी दिया है कि उन्हें वहां से दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जाए, लेकिन उस पर सुनवाई नहीं हो रही है।

    दूसरी तरफ इस संबंध में जब केंद्रीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका डॉ. मीनाक्षी निर्मल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनसे इस संबंध में कुछ पूछा भी नहीं गया और पुलिसकर्मियों को वहां रहने की इजाजत दे दी गई। अब इस परिस्थिति में सवाल खड़ा होता है कि उन्हें वहां रहने की इजाजत किसने दी?

    वह भी उस परिस्थिति में जब केंद्रीय विद्यालय द्वारा उक्त परिसर का इस्तेमाल शैक्षणिक गतिविधियों के लिए किया जा रहा है। प्रधानाध्यापिका ने बताया कि उन्होंने भी कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को इसके बारे में अवगत कराया, लेकिन उसके बाद भी पुलिसकर्मी वहीं जमे हुए हैं। इससे व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
    उधार के भवन में केंद्रीय विद्यालय

    जिले में केंद्रीय विद्यालय का अपना भवन नहीं है। यह एमपी उच्च विद्यालय के परिसर और भवन में संचालित होता है। दो विद्यालयों वाले इस परिसर में पुलिस बैरक बनाए जाने से बच्चों को असुविधा होती है और उनके मानस पटल पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है। बावजूद इसके प्रशासनिक अधिकारियों के दबाव में विद्यालय प्रबंधन पर इस खुलकर बोलने से परहेज करता है। एमपी हाई स्कूल में ऐसी समस्या पहले भी खड़ी होती रही है।