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    Buxar News: बक्सर सेंट्रल जेल के कैदी भी बन सकते हैं सिंगर, बंदियों के परिवारों के लिए भी लिया गया फैसला

    बक्सर केंद्रीय कारा में अब कैदी शिक्षा और संगीत का ज्ञान प्राप्त करेंगे। जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने बंदियों के पठन-पाठन और संगीत कला के विकास के लिए शिक्षक नियुक्त करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही कारा में अन्य विकास कार्य कराए जाएंगे और बंदियों के परिवारों को आर्थिक मदद भी दी जाएगी जिससे उनके पुनर्वास में मदद मिलेगी।

    By Rajesh Tiwari Edited By: Mukul Kumar Updated: Mon, 21 Apr 2025 11:00 PM (IST)
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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, बक्सर। अब केंद्रीय कारा के बंदी भी शिक्षा ग्रहण करेंगे। यही नहीं, उन्हें संगीत शिक्षा भी दी जाएगी।

    कारा में संसीमित बंदियों के पठन-पाठन, शिक्षण-प्रशिक्षण एवं स्मार्ट क्लास के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने के लिए एक शिक्षक तथा कारा में बंदियों के संगीत कला एवं गायन वादन का विकास करने के संगीत शिक्षक की प्रतिनियुक्ति होगी।

    इस आशय का निर्देश जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र पांडेय को दिया। सोमवार को बिहार कारा हस्तक-2012 के नियम-719 के तहत संसीमित सजावार एवं विचाराधीन बंदियों के कल्याण एवं पुनर्वास के लिए शासकीय परिदर्शक की बैठक में डीएम ने यह निर्देश दिया।

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    समाहरणालय में आयोजित बैठक में डीएम ने जिला समादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी को केंद्रीय कारा की सुरक्षा के तहत स्वीकृत बल के अनुसार गृहरक्षक बल की प्रतिनियुक्त करने के लिए निर्देशित किया तो, सदर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा को कारा के उत्तर पश्चिम दिशा में कारा की अतिक्रमित जमीन को मुक्त कराने की कार्रवाई करने को कहा।

    बैठक में कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल को कारा में बंदियों के भोजन तैयार करने के लिए अधिष्ठापित पाकशाला की निचली फर्श को ठीक कराने, रंग रोगन, कारा में अवस्थित पुस्तकालय एवं कैंटीन में छत की मरम्मति, टाइल्स एवं विद्युतीकरण कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।

    इस क्रम में कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल को कारा के आंतरिक परिसर में निर्मित पुराने जर्जर बंदी बैरक एवं कारा के बाह्य परिसर में कर्मियों के लिए बने बैरक एवं जर्जर भवन का निस्तारीकरण हेतु आवश्यक कार्रवाई करने तथा कार्यपालक अभियंता, विद्युत प्रमंडल को कारा के आंतरिक एवं बाह्य परिसर में निर्मित बंदी बैरक, भवनों में वायरिंग, बाह्य परिसर में कर्मियों के लिए निर्मित भवनों में अधिष्ठापित प्रीपेड मीटर के कनेक्शन के लिए अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

    उधर, जिला परियोजना प्रबंधक जीविका को महिला मंडल कारा एवं केंद्रीय कारा में मधुमक्खी पालन, महिला बंदियों को सिलाई, बुनाई, कढ़ाई, ब्यूटीशियन कोर्स, अचार एवं पापड़ बनाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण देने तथा अधीक्षक केंद्रीय कारा को मछली पालन का प्रशिक्षण, जिला के जलवायु, मिट्टी के प्रकार एवं भौतिक अवस्था के अनुसार कृषि करने का प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया।

    बैठक में जेल अधीक्षक ने बंदियों के पीड़ित परिवार की सौंपी सूची

    जिला पदाधिकारी-सह-अध्यक्ष जिला स्तरीय अपराध पीड़ित कल्याण समिति अंशुल अग्रवाल में केंद्रीय से संबंधित जिला स्तरीय अपराध पीड़ित कल्याण समिति की बैठक आयोजित की गई।

    बैठक में सर्वप्रथम गत बैठक में दिए गया निर्देश के अनुपालन की समीक्षा की गई। तत्पश्चात, अधीक्षक द्वारा कुल 167 सजावार बंदियों के अपराध से पीड़ित परिवार के सदस्यों की सूची विचारार्थ बैठक में रखी गई, जिसे अनुमोदित किया गया।

    उधर, अधीक्षक महिला मंडल कारा ने बताया कि कुल 11 सजावार महिला बंदियों के अपराध पीडित परिवार के सदस्यों की सूची विचारार्थ बैठक में रखीं।

    पीडित परिवार के सदस्यों को संबंधित जिले के प्रोबेशन पदाधिकारी द्वारा चिह्नित कर उन्हें आर्थिक लाभ देने के लिए प्रतिवेदन उपलब्ध कराया गया।

    बैठक में अपराध पीड़ित परिवार के सदस्यों को निर्धारित राशि को आर्थिक लाभ के रूप में देने का निर्णय लिया गया।

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