Buxar News: बक्सर की कमला ने बढ़ाया भारत का मान, एक बार फिर बनने जा रहीं इस देश की PM; बक्सर में ऐसा है घर
बिहार के बक्सर जिले के भेलुपुर गांव की कमला परसाद बिसेसर त्रिनिदाद और टोबैगो की फिर से प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस ने हालिया चुनाव में बहुमत हासिल किया। 73 वर्षीय कमला 2010 से 2015 तक प्रधानमंत्री रह चुकी हैं और अपने पुरखों की तलाश में भेलुपुर आई थीं। इस खबर से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है।

शुभ नारायण पाठक, बक्सर। कैरिबियन द्वीप समूह त्रिनिदाद और टोबैगो में एक बार फिर से बिहार के बक्सर जिले के इटाढ़ी प्रखंड के सुदूरवर्ती गांव भेलुपुर की बेटी कमला परसाद बिसेसर प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं।
इस खबर ने न केवल भेलुपुर, बल्कि पूरे भारत को गौरवान्वित कर दिया है। उनके पुरखों के गांव भेलुपुर में जमकर खुशियां मन रही हैं।
त्रिनिदाद और टोबैगो में संपन्न हुए हालिया लोकसभा चुनाव में यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस (यूएनसी) ने निर्णायक बहुमत हासिल किया है।
73 वर्षीय कमला, इससे पहले 2010 से 2015 तक देश की पहली महिला प्रधानमंत्री रह चुकी है। तब वह अपने पुरखों की जड़ें खोजते हुए भेलुपुर पहुंची थीं।
भेलुपुर गांव से त्रिनिदाद तक का सफर
कमला के पूर्वज भेलुपुर गांव से त्रिनिदाद पहुंचे थे। उनके परदादा रामलखन 1889 में कोलकाता से एक स्टीमर के जरिए त्रिनिदाद गए थे।
ब्रिटिश शासन के दौरान विदेश जाने वाले मजदूरों के रिकार्ड में भेलुपुर गांव का जिक्र मिला, जिसके आधार पर कमला अपने पैतृक गांव तक पहुंची थीं।
2010 में प्रधानमंत्री बनने के बाद, उन्होंने अपने पुरखों की जड़ें तलाशने की ठानी और 2012 में अपने पुरखों के गांव तक पहुंच गईं।
इस यात्रा ने न केवल उनकी निजी जिंदगी को भावनात्मक रूप से समृद्ध किया, बल्कि भारत और त्रिनिदाद के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को भी मजबूत किया।
भेलपुर में स्वजन से मुलाकात
2012 की उस ऐतिहासिक यात्रा में कमला ने भेलुपुर गांव में अपने दूर के रिश्तेदारों से मुलाकात की। गांव वालों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने गांव के मंदिर में पूजा-अर्चना की और अपने पूर्वजों को याद किया।
उन्होंने गांव के स्कूल और सामुदायिक केंद्र के लिए आर्थिक मदद का वादा भी किया था, जिससे गांव में शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं में सुधार हुआ।
कमला ने उस दौरान कहा था, “यह मेरे लिए सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि अपनी जड़ों से जुड़ने का एक भावनात्मक अनुभव है। भेलुपुर मेरे दिल में हमेशा रहेगा।”
उनकी यात्रा का फायदा यह हुआ था कि इस सुदूरवर्ती गांव में पक्की सड़क बन गई थी। हालांकि बाद के दिनों में यहां बदलाव की गति थोड़ी धीमी पड़ गई।
बिहार में गर्व का पल
कमला की इस जीत पर बिहार, खासकर भेलुपुर गांव में खुशी की लहर है। रिश्ते में उनके चाचा लगने वाले जगदीश मिश्रा ने कहा कि यह पूरे देश के लिए गर्व का पल है।
उनके भाई ओम प्रकाश मिश्रा और भरत मिश्रा ने कहा कि बहन को एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनने की जानकारी मिलने के बाद उनके पूरे गांव में उत्साह का माहौल है।
उनके भतीजे साेनू, मोनू, रौशन, राज, अजीत, गोलू, राहुल और दयानंद इस बात से उत्साहित हैं कि उनकी बुआ किसी देश की प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं।
इन बच्चों को 2012 की यादें या तो बहुत धूमिल हैं या नहीं हैं। उनको उम्मीद है कि बुआ फिर से प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने पुरखों के गांव में दोबारा जरूर आएंगी।
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