Updated: Mon, 18 Aug 2025 07:04 PM (IST)
बक्सर जिले के नावानगर प्रखंड में 26 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को ई-शिक्षा कोष पोर्टल (E-Shiksha Kosh Portal) पर छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने में लापरवाही के कारण स्पष्टीकरण मांगा गया है। प्रखंड शिक्षा अधिकारी ने इन सभी प्रधानाध्यापकों का वेतन रोक दिया है। मध्य विद्यालय बराढही में सबसे अधिक लापरवाही पाई गई।
संवाद सहयोगी, नावानगर (बक्सर)। स्थानीय प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर छात्र-छात्राओं की 75 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करने में लापरवाही बरतने के आरोप में 26 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से प्रखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) ने स्पष्टीकरण मांगा है।
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साथ ही, इन सभी प्रधानाध्यापकों का वेतन भी अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है। बीईओ ने अपने पत्र में कहा है कि बार-बार सूचना देने के बावजूद इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों द्वारा कार्य में शिथिलता बरती जा रही है।
26 में से 20 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने अभी तक इस कार्य को शुरू भी नहीं किया है। उपस्थिति दर्ज करने में सबसे अधिक लापरवाही मध्य विद्यालय बराढही में देखी गई, जहां 158 में से केवल 91 बच्चों का उपस्थिति विवरण दर्ज किया गया है।
बीईओ ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कार्य में सुधार नहीं हुआ और स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले ने प्रखंड के शिक्षा तंत्र में लापरवाही का मुद्दा एक बार फिर उजागर कर दिया है। स्थानीय अभिभावकों और शिक्षा समितियों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही मांग की है कि स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता और नियमितता सुनिश्चित करने के लिए और सख्त कदम उठाए जाएं।
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