Ara News: कौन हैं मिसेज इंडिया रोहिणी झा? जो आरा की यूनिवर्सिटी में पढ़ाएंगी अंग्रेजी
मिसेज इंडिया डॉ. रोहिणी झा का चयन वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विषय में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हुआ है। उनका चयन बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा किया गया है। डॉ. रोहिणी ने मिसेज इंडिया का खिताब भी जीता है। उन्हें वियतनाम में मिसेज वर्ल्ड की प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए जाना था लेकिन तकनीकी कारणों से शामिल नहीं हो सकीं।
राणा अमरेश सिंह, आरा। मिसेज इंडिया डॉ. रोहिणी झा वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विषय में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर पढ़ाएंगी। उनका चयन बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा किया गया है।
आयोग द्वारा जारी मेधा सूची में डॉ. रोहणी ने 17वां स्थान प्राप्त किया है और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में जारी मेधा सूची में उनका दूसरा स्थान है।
जीत चुकी हैं मिसेज इंडिया का खिताब
डॉ. रोहिणी वर्ष 2023 में गोवा में आयोजित मिसेज इंडिया प्रतियोगिता की विजेता हैं। इसका आयोजन इवेंट मैनेजमेंट कंपनी स्टार्कस द्वारा किया गया था।
उन्हें वियतनाम में मिसेज वर्ल्ड की प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए जाना था, लेकिन तकनीकी कारणों से शामिल नहीं हो सकीं। वह सहरसा जिले के चैनपुर की रहने वाली हैं। डॉ. रोहिणी के पति रमेश झा अधिवक्ता हैं।
उन्होंने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय से वर्ष 2018 में पीएचडी की है। स्नातक की डिग्री एचडी जैन कॉलेज से प्राप्त की है।
डॉ. रोहिणी।
वीकेएसयू में बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा अंग्रेजी विषय में 13 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की गई है। बिहार भर में 253 सीट के विरुद्ध में 209 शिक्षकों का चयन किया गया है।
डॉ. रोहिणी का अभी कॉलेज आवंटित नहीं किया गया है, क्योंकि शिक्षा विभाग द्वारा अभी चयनित शिक्षकों की सूची नहीं आई है। विश्वविद्यालय को सूची प्राप्त होने के बाद कॉलेज आवंटन किया जाएगा।
महिला सशक्तिकरण के दौर में बहुमुखी प्रतिभा की धनी डॉ. रोहिणी का वीकेएसयू में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में योगदान महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पटना विश्वविद्यालय में भी दी है सेवा
पटना विश्वविद्यालय अंतर्गत बीएन कॉलेज में डॉ. रोहिणी बतौर अतिथि शिक्षक सेवा दी है। उन्होंने बिहार के विभिन्न संस्कृतियों में मिथिला, भोजपुरी एवं मगधी को श्रेष्ठ संस्कृति बताया।
पटना विश्वविद्यालय में भी दी है सेवा।
उनकी जन्मस्थली सहरसा जिलांतर्गत बनगांव के पररी है। डॉ. रोहणी वर्तमान में पटना में रहती हैं। उनकी जन्म स्थली सहरसा रहने के बावजूद पटना और भोजपुर की संस्कृति को नजदीक से समझाने का मौका मिला है।
उन्होंने कहा कि मेरा बिहार विद्वता में तो विश्व भर में परचम लहरा रहा है। डॉ. रोहिणी ने विश्व स्तर पर प्रत्येक क्षेत्र में अपनी संस्कृति एवं घरोहर को जन-जन तक पहुंचाने पर बल दिया।
यह भी पढे़ं-
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।