Bihar Land News: आरा में 12 जमीन मालिकों को लगा बड़ा झटका, 27 वर्षों के बाद रद हुई जमाबंदी; सामने आई वजह
आरा में 12 जमीन मालिकों को बड़ा झटका लगा है। भोजपुर के एडीएम ने नौ जमाबंदी से जुड़े 12 लोगों की जमाबंदी को 27 वर्षों के बाद रद कर दिया है। करोड़ों की कीमती जमीन होने के कारण हाल के दिनों में इसे बहुत बड़ा फैसला माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि इन जमीन मालिकों ने सरकारी जमीन पर कब्जा जमाया था।
धर्मेन्द्र कुमार सिंह, आरा। सरकारी जमीन हड़पने के मामले में चाहे जितनी भी फर्जीवाड़ा कर ले समय के साथ इसका खुलासा होगा और आप जरूर बदनाम होने के साथ जेल भी जा सकते हैं।
इसी को सत्य साबित करते हुए आरा सदर अंचल में एक ऐतिहासिक फैसला करते हुए भोजपुर एडीएम ने नौ जमाबंदी से जुड़े 12 लोगों की जमाबंदी को 27 वर्षों के बाद रद कर दिया है।
करोड़ों की कीमती जमीन होने के कारण हाल के दिनों में इसे बहुत बड़ा फैसला माना जा रहा है। पूरा मामला आरा सदर अंचल क्षेत्र के गौसगंज से जुड़ा हुआ है।
यहां पर सरकरी गैर मजरूआ जमीन जिसका खाता नंबर 166 खेसरा नंबर 267 और रकबा एक एकड़ है कि स्थानीय अंचल कर्मचारियों और पदाधिकारी की मिली भगत से वर्ष 2098-99 में फर्जी ढंग से 12 लोगों के द्वारा निबंधन करा लिया गया था।
निबंधन कराने के दौरान इन लोगों ने सरकारी जमीन या प्रतिबंधित खाता होने से बचने के लिए जमीन का खाता बदल दिया खेसरा, चौहदी और रकबा वही रहने दिया।
परंतु जांच में यह मामला सामने आया कि सही खाता संख्या 166 खेसर 267 रकबा एक एकड़ के बदले इन सभी ने खेसरा 267 रकबा लगभग एक एकड़ परंतु खाता 166 के बदले 69 व 771 दर्ज कर दिया।
इतना ही नहीं इसके बाद स्थानीय तत्कालीन अंचलाधिकारी और राजस्व कर्मचारी के मेल मिलाप से उसका दाखिल खारिज भी करवा लिया।
दाखिल खारिज के बाद ऑनलाइन जमाबंदी भी कर ली गई। मामले का खुलासा एक अतिक्रमण की सुनवाई के दौरान वर्तमान अंचलाधिकारी पल्लवी कुमारी गुप्ता के द्वारा किया गया। जांच में मामला सही पाए जाने पर अंचलाधिकारी ने एडीएम को जमाबंदी रद करने की अनुशंसा की।
अंचलाधिकारी की अनुशंसा को देख विगत माह पूर्व एडीएम ने सभी जमाबंदी को रद करते हुए खाता, खेसरा व रकवा फिर से अपडेट करने का निर्देश दिया है।
इन लोगों ने फर्जी ढंग से कराई जमाबंदी सात आदि आबादी इसमें भी आगे
गौसगंज की ललमुनी देवी, शकुंतला कुमारी सिंह, जानकी देवी, किरण देवी, ललिता देवी, फूल कुमारी देवी और मंजू देवी के साथ-साथ रंजीत कुमार चौधरी, दिनेश कुमार चौधरी, शंभूनाथ ओझा, शिवयोगी व हरेंद्र साह शामिल है।
इन सभी ने अलग-अलग लगभग 10 कट्ठा से ज्यादा की कीमती जमीन का फर्जी ढंग से रजिस्ट्री करने के साथ बगैर किसी साक्ष्य के दाखिल खारिज भी करवा लिया। इसके साथ ऑनलाइन जमाबंदी भी अंचल कर्मियों की मिली भगत से कायम करवा ली।
सदर अस्पताल के प्रवेश द्वार से हटेगा अतिक्रमण तीन को भेजा नोटिस
आरा सदर अंचल कार्यालय के द्वारा सदर अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार के पास किए गए अतिक्रमण को जल्द हटाया जाएगा।
इसे देखते हुए सदर अंचलाधिकारी के द्वारा काशीनाथ सिंह, पुतुल सिंह, और विनोद कुमार को अविलंब अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया है। ऐसा नहीं करने पर 24 फरवरी के बाद बलपूर्वक अतिक्रमण हटाया जाएगा।
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