Four Year B.Ed Course: बिहार के इन कॉलेजों में शुरू होगा 4 साल का इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स, देखें लिस्ट
नई शिक्षा नीति के तहत चार साल का इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स शुरू किया गया है। साथ ही साल 2030 के पहले सभी बीएड संस्थानों में दो वर्षीय कोर्स बंद करने का निर्देश है। राज्य के कॉलेजों में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू करने की तैयारियां की जा रही हैं। अभी सात कॉलेजों में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स की पढ़ाई होती है अगले साल इसमें दो और कॉलेज जुड़ सकते हैं।

जागरण संवाददाता, आरा। नई शिक्षा नीति के तहत चार साल का इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स (आईटीईपी) की पढ़ाई वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के धरीक्षण सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कालेज, कुल्हड़िया, भोजपुर और बक्सर जिले में शहीद रविकांत मेमोरियल बीएड कॉलेज, दलसागर में शुरू होगी। इन दोनों में पहले से दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम की पढ़ाई होती है।
दो और संस्थानों में शुरू होगा चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स
- अभी तक बिहार भर में सात कॉलेजों में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स की पढ़ाई हो रही है। सब कुछ सही रहा तो अगले सत्र से वीकेएसयू के दो संस्थान इसमें और जुड़ जाएंगे।
- इसमें नामांकन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से होगा। जिन विद्यार्थियों को शुरू से ही शिक्षक बनने की ख्वाहिश है, वे 12वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इसमें नामांकन ले सकते हैं।
धरीक्षण सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के सचिव सिद्धनाथ सिंह ने बताया कि चार वर्षीय टीचर्स ट्रेनिंग कोर्स के लिए 20 मानक थे, जिसे संस्थान ने सफलता पूर्वक पूरा कर लिया है। अब जल्द ही आगे चल रही प्रक्रिया को भी मंजूरी मिल जाएगी।
वीकेएसयू से अनापत्तिक प्रमाण पत्र प्राप्त हो चुका है। अब इसे नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) को भेजा जाएगा।
एनसीटीई से लेनी होगी मान्यता
एनसीटीई से मान्यता के बाद वीकेएसयू से संबद्धन लेकर पढ़ाई शुरू होगी। सीटों का निर्धारण एनसीटीई ही करेगा।
2030 से पहले बंद होंगे दो वर्षीय बीएड कोर्स
आपको बता दें कि वर्ष 2030 से पहले सभी बीएड संस्थानों में दो वर्षीय कोर्स बंद करने का निर्देश है। यही वजह है कि राज्य के कॉलेजों में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू करने की तैयारियां की जा रही हैं।
बीकेएसयू में दो नए बीएड कॉलेज जुडेंगे
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में अगले सत्र से दो नए बीएड कॉलेज जुड़ जाएंगे। इसमें परसथूआ स्थित गिरीश नारायण मिश्रा महाविद्यालय और बक्सर के बधलेवा स्थित कलावति महाविद्यालय शामिल हैं। दोनों में ही अगले साल से दो वर्षीय बीएड कोर्स की पढ़ाई होगी।
सीनेट में इन दोनों को अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल चुका है। अभी तक विश्वविद्यालय में 20 बीएड कॉलेजों में पढ़ाई होती है और 2350 छात्र-छात्राओं का नामांकन होता है।
नए कॉलेज जुड़ जाने के बाद अगले सत्र से बिहार में नए बीएड कॉलेजों में पढ़ाई होने से सीटों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। कई और छात्र चार वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकेंगे। छात्रों को इससे काफी फायदा मिलने की उम्मीद है।
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