Ara News: क्यों हुई थी बुजुर्ग दंपती की बेरहमी से हत्या? SP ने हटाया राज से पर्दा; दो लोगों की हुई गिरफ्तारी
Bihar Crime News In Hindi आरा में बुजुर्ग दंपती की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। हत्या में इस्तेमाल चाकू और चोरी हुआ मोबाइल भी बरामद हुआ है। मुख्य आरोपित ने उप मुखिया के इशारे पर वारदात को अंजाम दिया था। हत्या के पीछे के कारणों की जांच जारी है।

जागरण संवाददाता, आरा। अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र अन्तर्गत तार मठिया गांव में घटित एक बुजुर्ग दंपती श्रीभवान गिरी एवं शिव कुमारी देवी की धारदार हथियार से गला काटकर नृशंस तरीके से हत्या किए जाने के मामले का पुलिस ने राजफाश कर दिया है।
साथ ही कांड में संलिप्त दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। कांड में प्रयुक्त धारदार चाकू को भी जब्त कर लिया गया है।
मृत दंपती का चोरी गया मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। इसकी जानकारी बुधवार की दोपहर एसपी राज ने पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
पकड़े गए आरोपितों में तार मठिया निवासी श्रवण गिरी एवं सत्येन्द्र गिरी शामिल हैं। इसमें सत्येन्द्र गिरी उप मुखिया हैं। दोनों रिश्ते में चचेरे चाचा व भतीजा भी लगते हैं। अन्य की संलिप्तता की भी जांच चल रही है।
पकड़े गए आरोपितों ने पूछताछ में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की है। एसपी के अनुसार अभी तक की जांच में गिरफ्तार उप मुखिया के इशारे पर ही हत्या किए जाने की बात सामने आ रही है।
हत्या के ठोस कारणों के बारे में अभी अनुसंधान जारी है। पैसा चुराने की नीयत समेत अन्य बिदुओं पर जांच चल रही है।
प्रभारी डीएसपी अब्बू सैफी मुर्तजा के नेतृत्व में टीम में अगिआंव बाजार थानाध्यक्ष प्रियंका गुप्ता समेत अन्य पदाधिकारी शामिल थे।
तकनीकी सूत्र के जरिए पहले श्रवण तक पहुंची पुलिस
एसपी के अनुसार हत्या के बाद मृत दंपती का मोबाइल गायब होने की बात सामने आई थी। तकनीकी सूत्र के जरिए पहले श्रवण गिरी को गुजरात के सूरत शहर से गिरफ्तार किया गया। एक टीम को वहां भेजा गया था। बाद में पकड़े गए श्रवण की निशानदेही पर सत्येन्द्र गिरी को गिरफ्तार किया गया।
मालूम हो कि दस जनवरी की रात बुजुर्ग दंपती खाना खाने के बाद एक ही कमरे में अलग-अलग खाट पर सोए थे कि उसी बीच दोनों की चाकू से गला काटकर उनकी हत्या कर दी गई थी। दूसरे दिन सुबह में लोगों को हत्या की जानकारी हुई थी। मृतक श्रीभगवान गिरी काली मंदिर में पूजा -पाठ करते थे।
मुख्य आरोपित को छह हजार रुपये सुपारी दिए जाने की भी आ रही बात
इधर, पुलिस के अनुसंधान में यह बात आ रही कि पकड़े गए उप मुखिया सत्येन्द्र गिरी ने हत्या करने के लिए श्रवण गिरी पर लगातार दबाव बना रहा था।
एक मामले में फंसाने की धमकी भी दे रहा था। यहां तक उसने श्रवण गिरी को छह हजार रुपये भी नकद दिए थे। घटना की रात मुख्य आरोपित ने रोशनदान के जरिए घर में प्रवेश कर वारदात को अंजाम दिया था।
इसके बाद घर से मोबाइल एवं बक्सा से करीब 70 हजार रुपये चुराए जानेे की बात भी जांच में आ रही है। हत्या को लेकर मृतक के बड़े पुत्र सुरेश गिरी के बयान पर अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी कराई गई थी।
वारदात के बाद एफएसएल टीम के अलावा डाग स्कवायड की टीम भी जांच के लिए पहुंची थी। केस की गंभीरता को देखते हुए खुद एसपी राज भी वहां गए थे। कमरे से खून के नमूने समेत अन्य प्रदर्श एकत्रित किए गए थे।
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