भोजपुर जिले में ई-केवाईसी नहीं कराए 70 हजार जॉब कार्ड होंगे रद, 30 दिसंबर है लास्ट डेट
भोजपुर जिले में 71 हजार से अधिक मनरेगा जॉब कार्डधारकों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराया है। 30 दिसंबर तक यह प्रक्रिया पूरी न करने पर उनके जॉब कार्ड रद्द ...और पढ़ें

भोजपुर जिले में ई-केवाईसी नहीं कराए 70 हजार जॉब कार्ड होंगे रद
जागरण संवाददाता, आरा। भोजपुर जिले के मनरेगा अब (जी राम जी) योजना में अब तक 71 हजार से ज्यादा जॉब कार्डधारियों ने अपना ई केवाईसी नहीं कराया है। 30 दिसंबर तक नहीं कराने पर सभी का जॉब कार्ड रद होने लगेगा। इसके साथ ही आवास समेत मनरेगा से जुड़े अन्य योजनाओं का लाभ भी नहीं मिलेगा। जिले में कुल दो लाख 10 हजार 670 लाख जॉब कार्ड है, जिसमें से एक लाख 39 हजार 202 कार्ड का ई-केवाईसी हो गया है।
जिले के सभी 14 प्रखंड में 30 दिसंबर 2025 तक शत प्रतिशत जॉब कार्डधारियों को ई-केवाईसी कराने का निर्देश जारी किया गया है। ऐसा नहीं करने पर इस तरह के जॉब कार्ड को रद किया जाएगा, क्योंकि जिले में अब विकसित भारत रोजगार व आजीविका गारंटी मिशन ग्रामीण (जी राम जी) लागू हो गई है। जी रामजी के तहत जॉब कार्डधारियों का चेहरा पहचान करने के बाद हाजिरी बनायी जाएगी। तभी उनका मजदूरी का भुगतान किया जाएगा।
बताया जाता है कि मनरेगा अथवा जी राम जी योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए मजदूरों की स्कैनिंग कर हाजिरी बनाने की कर्रवाई शुरू कर दी गई है। इस कारण जॉब कार्डधारियों का शत प्रतिशत ई-केवाईसी अनिवार्य किया गया है। हालांकि, एक्टिव जॉब कार्डधारियों द्वारा तेजी के साथ ई-केवाईसी करायी जा रही है। अब तक 66:08 प्रतिशत एक्टिव श्रमिकों द्वारा ई-केवाईसी कराया गया है।
उम्मीद है कि 30 दिसंबर तक एक्टिव श्रमिकों द्वारा शत प्रतिशत ई-केवाइसी कराया जाएगा। ऐसा नहीं करने पर उनके जॉब कार्ड रद किये जाएंगे। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, फर्जी जॉब कार्ड के सहारे मनरेगा में लूट-खसोट मचाने की प्रथा पर जी राम जी योजना आने से रोक लगेगी। फर्जी जॉब कार्ड को समाप्त कराने के लिए कार्डधारियों का ई-केवाईसी कराया जा रहा है।
जिले में पहले जॉब कार्ड को आधार कार्ड से लिंक किया गया था। जिला के सभी पीआरएस कार्यालय में ई-केवाईसी कराने की सुविधा बहाल की गयी है। मालूम हो जी राम जी योजना में अब मजदूरों को 125 दिनों के काम की गारंटी दी जाएगी। साथ ही योजना को केंद्र सरकार के पोर्टल पर भी डाला जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा योजना की मॉनिटरिंग खुद से की जाएगी।
सबसे ज्यादा कोईलवर में और सबसे कम आरा में हुआ ई-केवाईसी
भोजपुर जिले में अब तक सबसे ज्यादा ई-केवाईसी 75. 51% कोईलवर प्रखंड में हुआ है। यहां पर कुल 20,129 में से 15,199 लोगों का ई-केवाईसी हो चुका है। दूसरी तरफ जिले में सबसे खराब स्थिति जिला मुख्यालय स्थित आरा सदर प्रखंड की है। यहां पर महज 10628 कार्ड में से 6091 यानी 57.31% अर्थात 4537 लोगों का ई- केवाईसी हो पाया है।
प्रखंडवार ई केवाईसी कराए और नहीं कराए लोगों का डेटा
| प्रखंड | कुल आधार लिंक | ई-केवाईसी किया गया | ई-केवाईसी नहीं |
|---|---|---|---|
| कोईलवर | 20129 | 15199 | 4930 |
| चरपोखरी | 13525 | 9873 | 3652 |
| सहार | 26606 | 18811 | 7795 |
| तरारी | 20067 | 14758 | 7309 |
| पीरो | 18145 | 12004 | 6141 |
| संदेश | 8982 | 5933 | 3049 |
| उदवंतनगर | 10070 | 6424 | 3646 |
| शाहपुर | 12578 | 7955 | 4623 |
| गड़हनी | 5392 | 3410 | 1982 |
| बड़हरा | 10744 | 6740 | 4004 |
| अगिआंव | 23578 | 14717 | 8861 |
| जगदीशपुर | 20571 | 12681 | 7890 |
| बिहिया | 7655 | 4606 | 3049 |
| आरा | 10628 | 6091 | 4537 |
| कुल | 210670 | 139202 | 71468 |
ई-केवाईसी नहीं कराने पर कार्ड रद होने के साथ योजना का भी नहीं मिलेगा लाभ
भोजपुर जिले में मनरेगा के श्रमिकों को हर हाल में 30 दिसंबर तक ई-केवाईसी करा लेना है। ई-केवाईसी नहीं कराने पर आवास समेत मनरेगा से जुड़ा कोई भी लाभ भविष्य में नहीं मिलेगा। योजनाओं का लाभ लेने के लिए सभी को ई-केवाईसी कराना जरूरी है। - राकेश रंजन, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, भोजपुर

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