Ara News: आरा में कुदरत का कहर, ओलावृष्टि और आंधी से फसलें तबाह; हफ्ते में दूसरी बार किसान हुए परेशान
Ara News आरा में आंधी और ओलावृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रबी फसल को 25-30 प्रतिशत तक नुकसान होने का अनुमान है। तेज आंधी के कारण खेतों में खड़ी गेहूं की फसल गिर गई है जिससे कटाई में परेशानी होगी। किसानों को भारी नुकसान की आशंका है और दोबारा कटनी का इंतजार कर रहे किसानों में निराशा है।
जागरण संवाददाता, आरा। सप्ताह में दूसरी बार आंधी और वर्षा के साथ ओला वृष्टि से जिले भर में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। जिले भर में रबी फसल को 25-30 प्रतिशत क्षति होने का अनुमान किया गया है। इस बार आंधी की रफ्तार तेज थी। इसके कारण गेहूं के खड़ें पौधे खेतों में गिर गए हैं।
इससे कटनी में परेशानी होगी। गेहूं की कटनी अभी सभी प्रखंडोंं में आधे से अधिक बाकी है। धूल भरी आंधी का कहर इतना गहरा था कि शहर में अपराह्न सवा चार बजे ही अंधेरा छा गया। शहर की सड़कों और गेहूं वाले खेतों में वर्षा का पानी उठ गया।
आंधी और वर्षा का कहर इतना बरपा कि हजारों हेक्टेयर गेहूं की खड़ी फसल गिर गई। इससे किसानों को काफी नुकसान होने की उम्मीद जताई जा रही है। गत गुरुवार के बाद दूसरी बार सोमवार को 50-55 प्रति किलोमीटर तेज आंधी और वर्षा आई।
दुर्घटना से बचाव के लिए पावर ग्रिड से बिजली आपूर्ति को बंद कर दिया गया था। आंधी खत्म होने के डेढ़ घंटे बाद बिजली आपूर्ति शुरू की गई।
धूल भरी आंधी, बिजली गुल
धूल भरी आंधी, बिजली गुल और बाद में रह रहकर वर्षा से शहर शाम छह बजे तक शहर ठहर गया। रबी फसल की दोबारा कटनी के इंतजार कर रहे किसानों के चेहरे पर उदासी छा गई।
जिले के सभी प्रखंडों में गरज के साथ रह रहकर शाम छह बजे तक वर्षा होते रही। इससे सभी प्रखंडों में रबी फसल और सब्जी की खेती नुकसान हुई।
आरा ग्रामीण, बिहिया, जगदीशपुर, शाहपुर, उदवंतनगर, सहार, संदेश समेत सभी प्रखंडों में गेहूं की फसल का नुकसान हुआ है। आंधी में गेहूं के पौधे को खेतों में गिरने से उसके दाने को काला होने की आशंका जताई गई।
जगदीशपुर प्रखंड के राेहित कुमार ने बताया कि पहली बार रबी फसल की इतनी क्षति हुई है। उदवंतनगर के किसान चंदन यादव ने बताया कि रबी फसल की बर्बादी से किसानाें की कमर टूट गई।
आम के टिकोरे गिर गए हैं। प्याज और लहसुन की तैयार फसल को सड़ने का खतरा है। कृषि विभाग के अनुसार अभी जिले में 50 प्रतिशत गेहूं की कटनी हुई है।
जिन खेतों में फसल खड़ी है, उनके भींग जाने से कटनी दोबारा प्रभावित हो गई। जो पौधे गिर गए हैंं, उनको 25-30 प्रतिशत क्षति हो सकती है। खबर लिखे जाने के समय आसमान में बादल छाए थे।
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