Ara News: एके-47 बरामदगी मामले में NIA की हुई एंट्री, मोस्ट वांटेड बुटन चाैधरी की तेज हुई तलाश
भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव में कुख्यात अपराधी बुटन चौधरी के घर से एके-47 रायफल बरामद होने के मामले में अब केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए भी सक्रिय हो गई है। एनआईए के एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी ने उदवंतनगर थाने पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी जुटाई है। इस मामले में वांछित इनामी बुटन चौधरी और उसके भाई उपेंद्र चौधरी से भी पूछताछ की गई है।

जागरण संवाददाता, आरा। भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव निवासी दो लाख रुपये के इनामी अपराधी बुटन चाैधरी के घर से एके-47 रायफल की बरामदगी के मामले में अंदर ही अंदर केन्द्रीय जांच एजेंसी की भी इंट्री हो चुकी है।
मंगलवार को एनआइए से आए एक इंस्पेक्टर रैंक के अफसर ने उदवंतनगर थाने पर पहुंच कर पूरे प्रकरण के बारे में जानकारी हासिल की।
इसके अलावा कांंड में वांटेड इनामी बुटन चौधरी एवं पकड़े गए इनामी के भाई एवं मुखिया पति उपेन्द्र चौधरी के बारे में पूछताछ कर विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
एनआइए की यह प्रारंभिक जांच मानी जा रही है। वरीय अफसरों को पूरे मामले से अवगत कराए जाने के बाद डीएसपी एवं एसपी रैंक के अफसर भी जांच एवं आरा जेल में बंद उपेन्द्र चाैधरी से पूछताछ कर सकते है।
मंगलवार को यहां इंस्पेक्टर के नेतृत्व में आई टीम ने जब्त एके-47 का अवलोकन किया। साथ ही अंकित सीरियल नंबर प्राप्त कर तस्वीरें ली।
सीरियल नंबर के जरिए टीम पता लगायेगी कि उपरोक्त प्रतिबंधित हथियार आखिर कहां से लाया गया है। रिकॉर्ड में भी देखा जाएगा कि उपरोक्त जब्त एके-47 रायफल सेना या पुलिस से जुड़ा है अथवा नहीं।
मालूम हो कि छह अप्रैल की देर रात उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव में पटना एसटीएफ और जिला पुलिस ने टीम ने संयुक्त रूप से कुख्यात इनामी बुटन चौधरी के घर छापेमारी कर एके-47 रायफल के अलावा दो मैग्जीन, एके- 47 का 43 कारतूस, दो हैंड ग्रेनेड , इंसास राइफल का दो मैग्जीन बरामद किया था।
हालांकि, दो लाख का इनामी बुटन चौधरी पुलिस के हाथ नहीं लग सका था। लेकिन, उसके भाई उपेन्द्र चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है । गिरफ्तार उपेन्द्र चौधरी मुखिया पति है।
बेड के नीचे छिपाकर रखा गया था एके-47
उदवंतनगर थाना के बेलाउर गांव निवासी दो लाख रुपये के इनामी बुटन चौधरी के घर से बरामद एके-47 रायफल बेड के नीचे छुपा कर रखा गया था। जिससे की किसी को शक नहीं हो सके।
पुलिस की प्राथमिकी से इसका खुलासा हुआ है। प्राथमिकी के अनुसार एक मैग्जीन में 22 कारतूस एवं दूसरे मैग्जीन में करीब 21 कारतूस लोड हालत में था। जबकि, इंसास रायफल के दोनों मैग्जीन में कारतूस नहीं था।
दोनों हैंड ग्रेनेड बम सब्जी के खेत में पालिथीन में छुपा कर रखा गया था। वांटेड बुटन चौधरी हत्या, लूट, रंगदारी एवं गोलीबारी समेत करीब 14 कांडों में चार्जशीटेड रहा है। जबकि,गिरफ्तार उपेन्द्र चौधरी पर पूर्व का आधा दर्जन केस है।

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