भागलपुर जिला परिषद अध्यक्ष : टुनटुन या विपिन, कुछ घंटे में हो जाएगा फैसला, समीकरण समझिए
भागलपुर जिला परिषद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव शुक्रवार को होगा। अध्यक्ष मिथुन कुमार के विधायक बनने के बाद पद खाली है। पूर्व अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटु ...और पढ़ें

अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह और विपिन कुमार मंडल
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिला परिषद अध्यक्ष का ताज किसके सिर सजेगा, इसका पता शुक्रवार को चल जाएगा। जिला परिषद अध्यक्ष मिथुन कुमार के विधायक बनने के बाद पद खाली हो गया है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर शुक्रवार को 11 बजे से समीक्षा भवन में चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। जिलाधिकारी चुनाव के बाद अध्यक्ष की घोषणा करेंगे। जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने सारी तैयारी पूरी कर ली है। जिला परिषद अध्यक्ष दो गुट आमने-सामने हैं। पूर्व अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह और सदस्य विपिन कुमार मंडल अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।
22 से अधिक पार्षदों के साथ बाबा बैद्यनाथ की करेंगे पूजा
फिलहाल अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह सक्रिय हैं। उनके साथ करीब 22 पार्षद हैं। अनंत कुमार ने बताया कि वे 22 से अधिक पार्षदों के साथ बाबा बैद्यनाथ देवघर से पूजा-अर्चना कर निकलेंगे और सीधे बाबा बूढ़ानाथ के दरवार में जाएंगे। वहां पूजा-अर्चना करने के बाद समीक्षा भवन में चुनाव में हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि सभी पार्षद विकास कार्यों को लेकर एकजुट हैं।
- 22 पार्षदों के साथ बाबा बैद्यनाथ से बूढ़ानाथ पहुंचेंगे पूर्व अध्यक्ष अनंत
- भागलपुर समीक्षा भवन में 11 बजे से होगा चुनाव
- दूसरे गुट विपिन ने साथ के सदस्यों का नहीं खोला है पत्ता, कहा होगी जीत
विधायक मिथुन यादव के साथी मेरे साथ हैं
विपिन कुमार मंडल ने अभी तक सदस्यों के साथ होने का पत्ता नहीं खोला है। हालांकि वे अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। उनका कहना है कि अधिकांश पार्षद उनके साथ है। मिथुन कुमार यादव को अध्यक्ष बनाने में जो भी पार्षदों ने साथ दिया था, वे सभी उनके साथ हैं। सभी उनके पक्ष में वोट करेंगे। वोटिंग होने के बाद सबकुछ साफ हो जाएगा।
अध्यक्ष के प्रभार में उपाध्यक्ष, नहीं हुआ कामकाज
जिला परिषद अध्यक्ष के प्रभार में उपाध्यक्ष प्रणव कुमार हैं। उन्हें अध्यक्ष की सारी शक्ति विभाग की ओर से दी गई है, लेकिन एक भी काम नहीं हुआ है। न तो नए काम की प्रशासनिक स्वीकृति मिली और न ही पेमेंट हुए। जिला परिषद का कार्यकाल चार वर्ष पूरा हो गया है। इन चार वर्षों में एक वर्ष लोकसभा, विधानसभा चुनाव, अविश्वास प्रस्ताव आदि के कारण एक वर्ष कामकाज नहीं हुआ। उपविकास आयुक्त के ट्रांसफर के कारण भी कामकाज पर असर पड़ा है। पिछले तीन महीने का कामकाज नहीं हो पा रहा है। विधानसभा चुनाव में जिप अध्यक्ष मिथुन कुमार खड़ा और जीत दर्ज करने के बाद त्यागपत्र देने से अध्यक्ष पद का चुनाव होना है।

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