स्वच्छता की अलख जगाने के लिए बढ़ाए एक दूसरे का हाथ
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भागलपुर। हौसले अगर बुलंद हो तो कठिन से कठिन काम भी आसान हो जाता है। वार्ड 32 के पार्षद हंसल सिंह ने स्वच्छता की दिशा में कुछ ऐसा ही अभियान चलाया, जिससे मोहल्ले की सूरत बदलने लगी है। जहंा गलियों से गुजरने में लोग कतराते थे वहां अब शान से चल रहे हैं। गत जून को पार्षद की शपथ लेते ही स्वच्छता का संकल्प लिया था। जिसे मुकाम तक पहुंचाने को निगम की सुविधा का इंतजार भी नहीं किया।
पहले खुद घर-घर जाकर लोगों से सड़क पर कूड़ा नहीं फेंकने का आग्रह किया, लेकिन लोग हंसी में टाल दिए। तो प्रत्येक रविवार को पार्षद स्वयं घरों में जाकर बाल्टी लेकर कूड़ा मांगना शुरू किया। इनके उत्साह को देख स्थानीय जन कल्याण समिति के सोनू घोष ने भी हाथ बढ़ाया। इस अभियान में वार्ड चार के कोचिंग सेंटर के छात्रों ने बढ़चढ़ कर साथ दिया।
यह सिलसिला इसी तरह बढ़ता गया और मोहल्ले के 200 से अधिक लोगों ने कदम से कदम मिलाया। अब वार्ड के लोग स्वच्छता को लेकर नगर निगम की व्यवस्था को भी आइना दिखा रहे हैं। घरों से कूड़ेदान की दूरी रहने की वजह से नाले और सड़क पर कूड़ा डालने की आदत पड़ गई थी। पार्षद ने स्वयं के खर्च से 311 कूड़ेदान खरीद कर हर एक बिजली के खंभे में बाध दिया।
निगम के किसी कूड़ा वाहन में स्वच्छता संदेश के लिए माइकिंग की व्यवस्था नहीं की है। हंसल सिंह ने बताया कि कूड़ा यत्र-तत्र फेकने पर 500 रुपये जुर्माना का भी प्रावधान रखा गया है। बता दें कि दैनिक जागरण द्वारा नवंबर में चलाए गए स्वच्छता अभियान से भी प्रेरणा मिली है। इस अभियान के बाद जहंा 30 वर्षो से गंदगी का अंबार लगा रहता था। वो स्थल आज स्वच्छ हो गया।
मोहल्ले में फैले गंदगी को देख पत्नी नीलू भारती ने हरियाणा के मॉडल को अपनाने का सुझाव दिया। शुरुआती दौर में माना करने के बाद भी सड़क पर कूड़ा फेका जाता था। उन्होंने कहा कि अभियान से लोग जागरूक हुए है और कूड़ा वाहन में ही देने की आदत हो गई है। संसाधन के अभाव की वजह से 30 फीसद के लक्ष्य से दूर है। इसी तरह समर्थन मिलता रहा तो शीघ्र ही लक्ष्य हासिल कर ली जाएगी।
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