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    सुपौल पंचायत चुनाव परिणाम 2021: कई पुराने दिग्गज चुनाव हारे, कई निचले पायदान पर

    By Dilip Kumar ShuklaEdited By:
    Updated: Thu, 18 Nov 2021 04:39 PM (IST)

    सुपौल पंचायत चुनाव परिणाम 2021 पंचायत चुनाव में कई दिग्गज चुनाव हार गए। राजनीति के कई धुरंधर प्रत्‍याशी निचले पायदान पर चले गए। जनता ने ऐसे लोगों का च ...और पढ़ें

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    सुपौल में पंचायत चुनाव के दौरान कई दिग्‍गज हारे।

    सतीश कुमार आलोक, त्रिवेणीगंज (सुपौल)। बदलाव की बयार में अधिकतर दिग्गज चुनाव हार गए। इस दौरान जो चुनाव परिणाम सामने आए, उसमें कई पुराने दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा है। राजनीति के कई धुरंधर निचले पायदान पर चले गए। प्रखंड में जिला परिषद सदस्य के चार सीट और मुखिया के 23 सीटों में मात्र दो निवर्तमान मुखिया दोबारा जीतकर आए। कभी छातापुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रहे कुम्भनारायण सरदार की पुत्र वधु संझिया देवी जिप क्षेत्र संख्या 23 से चुनाव हार गईं।

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    वहीं जिप क्षेत्र संख्या 24 से लोजपा जिलाध्यक्ष अशोक यादव की पत्नी मुन्नी कुमारी भी चुनाव हार गई। जबकि जिप क्षेत्र संख्या 25 से भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र कुमार ऋषि को भी हार का सामना करना पड़ा। वहीं जदिया पंचायत से युवा राजद के प्रदेश महासचिव श्याम यादव की पत्नी निवर्तमान मुखिया बेबी देवी भी चुनाव हार गई। यहां जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव संजय अग्रवाल की पत्नी अन्नू अग्रवाल ने जीत दर्ज की। वहीं पिलुवाहा पंचायत में सांसद दिलेश्वर कामैत की भौजाई उर्मिला देवी निवर्तमान मुखिया थी।

    इसबार उर्मिला देवी की जगह उनकी पुतोहु संगीता देवी चुनाव लड़ी थी उन्हें किरण देवी से हार का सामना करना पड़ा। कोरियापट्टी पश्चिम पंचायत से निवर्तमान मुखिया सह राजद के वरिष्ठ नेता जगदीश प्रसाद यादव भी अपनी सीट नहीं बचा सके। खास बात यह रही कि मिरजावा पंचायत में शिक्षक से इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में कूदे पांडव पासवान ने निवर्तमान मुखिया बुन्देल पासवान को आधे से अधिक मतों से पराजित किया।

    बेचैनी में कट रहे दिन-रात

    सुपौल के सरायगढ़ प्रखंड में 24 नवंबर को पंचायत चुनाव के लिए मतदान होगा। पंचायत चुनाव की तिथि धीरे-धीरे नजदीक आ रही है। ऐसे में प्रत्याशियों के दिन और रात बेचैनी में कट रहे हैं। खासकर निवर्तमान जनप्रतिनिधियों के दिन का चैन और रात की नींद उड़ सी गई है। मतदाताओं की हां भी इनकी बेचैनी को कम नहीं कर पा रहा है।