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    Bihar News: जेल में अनशन पर बैठे RJD विधायक रीतलाल की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में किया गया भर्ती

    Updated: Tue, 01 Jul 2025 04:13 AM (IST)

    भागलपुर जेल में बंद राजद विधायक रीतलाल यादव को तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने जेल प्रशासन पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है जबकि जेल अधिकारियों ने आरोपों को खारिज किया है। रीतलाल यादव को रंगदारी के एक मामले में बेऊर जेल से भागलपुर जेल स्थानांतरित किया गया था। चिकित्सकों की जांच के बाद उन्हें वापस जेल भेजा जा सकता है।

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    अनशन पर बैठे राजद विधायक रीतलाल की तबीयत बिगड़ी। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। रंगदारी मांगने के आरोप में भागलपुर विशेष केंद्रीय कारा में बंद दानापुर के राजद विधायक रीतलाल यादव को सोमवार को तबीयत बिगड़ने पर जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

    यहां कड़ी सुरक्षा घेरे में उन्हें कैदी वार्ड में लाया गया। जेल से अस्पताल लाने के क्रम में राजद विधायक की कई बार पुलिसकर्मियों से नोकझोंक होती रही।

    राजद विधायक का कहना था कि जेल के अंदर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था। वहां, कारा प्रशासन के खराब बर्ताव के कारण अनशन पर बैठ रहे थे। जेल प्रशासन ने उन्हें अनशन करने से रोका। उनके साथ दुर्व्यवहार किया।

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    उधर, जेल अधिकारियों ने राजद विधायक को सारी सुविधाएं मुहैया कराने को कहा है, जिस श्रेणी के वह बंदी हैं। उनके साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया गया। बल्कि, विधायक ही कारा कर्मियों से उलझते रहे। जेल से अस्पताल लाने पर चिकित्सकों का दल उनकी स्वास्थ्य जांच की और कैदी वार्ड में उन्हें शिफ्ट करा दिया गया है।

    दो मई को बेऊर जेल से भागलपुर किया गया था शिफ्ट

    मालूम हो कि गत दो मई को पटना के आदर्श केंद्रीय कारा बेऊर जेल से भागलपुर के विशेष केंद्रीय कारा में शिफ्ट कराया गया था। बिल्डर से रंगदारी मांगने मामले में जब पुलिस ने छापेमारी शुरू की थी तो विधायक 17 अप्रैल को पटना के व्यवहार न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था।

    न्यायालय ने उन्हें तब न्यायिक हिरासत में लेकर आदर्श केंद्रीय कारा बेऊर जेल भेज दिया था। लेकिन, बेऊर जेल में रीतलाल के रहने से विधि-व्यवस्था, लोक व्यवस्था और शांति व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना बनने लगी थी।

    जिसके बाद पटना के जिलाधिकारी और एसएसपी की अनुशंसा पर जेल आईजी ने छह माह के प्रशासनिक आदेश पर उन्हें दो मई को भागलपुर जेल शिफ्ट करा दिया था। अब उन्हें चिकित्सकों के आदेश पर जांच बाद कैदी वार्ड से वापस जेल किसी भी वक्त वापस भेज दिया जा सकता है।