Bhagalpur News: पुलिस ने चोरों की हेराफेरी कर भेजा कोर्ट, जांच के बाद थानाध्यक्ष निलंबित
भागलपुर के नवगछिया में रंगरा थाना अध्यक्ष आशुतोष कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने चोरी के मामले में गिरफ्तार किए गए चार चोरों में से दो को बदल दिया था। जांच में लापरवाही और अनुशासनहीनता पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई। दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने यह कदम उठाया।

कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। नवगछिया के रंगरा थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार को मंगलवार की रात निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई चार चोरों में से दो को बदलकर न्यायालय भेजने के मामले में की गई है।
रेंज आइजी के निर्देश पर नवगछिया एसपी प्रेरणा कुमार ने मामले की जांच कराई। जांच रिपोर्ट में थानाध्यक्ष की लापरवाही और अनुशासनहीनता पाई गई, जिसके चलते उन्हें निलंबित किया गया है।
20 जुलाई को नवगछिया पुलिस ने चोरी के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इनमें से तीन आरोपित भाग निकले थे, जबकि एक को तुरंत पुनः गिरफ्तार कर लिया गया। रंगरा थानाध्यक्ष ने इस घटना की जानकारी वरीय अधिकारियों को नहीं दी और न ही उचित कार्रवाई की।
मुख्यालय डीएसपी ने अपनी जांच में थानाध्यक्ष का आचरण संदिग्ध पाया है। दैनिक जागरण ने 18 जुलाई को रंगरा पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। तब चार आरोपितों को 24 घंटे बाद भी न्यायालय में प्रस्तुत नहीं किया गया था।
इसके बाद 19 जुलाई को दैनिक जागरण ने शीर्षक 'कुछ तो है खेल' के साथ नवगछिया पुलिस की गिरफ्तारी पर संदेह व्यक्त किया था। इस मामले में रंगरा थानाध्यक्ष ने 20 जुलाई को दो ऐसे आरोपितों को न्यायालय भेज दिया, जो उस कांड में गिरफ्तार ही नहीं हुए थे। यह घटना पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न उठाती है।
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