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    Bhagalpur News: बिजली विभाग पर 10 करोड़ की मानहानि का मुकदमा, कृष्णा सिल्क के मालकिन ने क्यों किया केस?

    By Jitendra Kumar Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Tue, 22 Jul 2025 12:39 PM (IST)

    भागलपुर में कृष्णा सिल्क की मालकिन मंजू देवी ने बिहार सरकार के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोपों पर कार्रवाई न करने और उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है। मंजू देवी ने ऊर्जा विभाग से 10 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग की है। पहले भी शिकायत दर्ज न होने पर उन्होंने प्रदर्शन किया था।

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    कृष्णा सिल्क की मालकिन मंजू देवी ने बिहार सरकार के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। खलीफाबाग चौक स्थित कृष्णा सिल्क की मालकिन मंजू देवी ने बिहार सरकार के खिलाफ भागलपुर कोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें बिजली विभाग के मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, प्रबंध निदेशक साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के साथ मोजाहिदपुर विद्युत सबस्टेशन के कार्यपालक अभियंता व सहायक अभियंता के खिलाफ याचिका दायर की गई है। ये बातें सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ अधिवक्ता अभय कांत झा ने कहीं।

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    उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के पूर्व सचिव संजीव हंस को बचाने और मंजू देवी झुनझुनवाला (वादी) को तरह-तरह से परेशान करने व बदनाम करने के आरोप में ऊर्जा विभाग के खिलाफ 10 करोड़ की मांग को लेकर भागलपुर कोर्ट में याचिका दायर की गई है। वादी ने पूर्व में लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें दर्ज कराई थीं।

    विभाग ने उन पर कोई संज्ञान नहीं लिया, बल्कि वादी को ही दंडित करने का प्रयास किया। यह पूरा मामला न्याय का मखौल, दुरुपयोग का उदाहरण और ईमानदार नागरिकों की आवाज को दबाने का प्रयास है। अगर वादी की शिकायतों पर समय रहते कार्रवाई की गई होती तो संजीव हंस कब के जेल में होते।

    यह याचिका न केवल एक व्यक्ति की प्रतिष्ठा की लड़ाई है, बल्कि शासन व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही बहाल करने की पहल भी है। अधिकारियों को आवेदन देने के बाद भी जब मंजू देवी की शिकायत दर्ज नहीं हुई और उसका समाधान नहीं हुआ, तो उन्हें कोर्ट का सहारा लेना पड़ा।

    इससे पहले विजिलेंस, केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों और मुख्य सचिव द्वारा मामले की जांच के निर्देश पर भी अमल नहीं किया गया। करीब ढाई साल पहले 27 जनवरी 2023 को मंजू देवी और प्रतीक झुनझुनवाला ने संजीव हंस के खिलाफ एसडीओ कार्यालय के सामने धरना भी दिया था। इसके बाद भी प्रशासन ने शिकायत पर कार्रवाई नहीं की।