Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Railway Ticket QR Code: अब हर रेलवे टिकट पर होगा क्यूआर कोड, फर्जीवाड़े पर लगेगा अंकुश

    Updated: Fri, 30 Aug 2024 02:52 PM (IST)

    रेलवे टिकट को लेकर अब धांधली पर अंकुश लग सकेगा। रेलवे ने इसकी तैयारी कर ली है। अब काउंटर से कटने वाले आरक्षित व आनारक्षित रेल टिकट पर भी क्यूआर कोड रह ...और पढ़ें

    Hero Image
    अब काउंटर से कटने वाले आरक्षित व आनारक्षित रेल टिकट पर भी रहेगा क्यूआर कोड।

    अभिषेक प्रकाश, भागलपुर। यात्रियों की सुविधाओं के लिए रेलवे एक और कदम बढ़ा रहा है। अब काउंटर से बनने वाले टिकट पर भी क्यूआर कोड दिया जाएगा। इस कोड में यात्रा और यात्री से संबंधित सारी जानकारी रहेंगी। इससे फर्जी और अवैध टिकट पर अंकुश लगाया जा सकेगा। अभी यह सुविधा केवल ऑनलाइन आरक्षित टिकट पर ही उपलब्ध है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्यूआर कोड डालने के लिए टिकट के फॉर्मेट में बदलाव को लेकर बोर्ड स्तर पर मंथन चल रहा है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रेलवे द्वारा इसे पायलट प्रोजेक्ट की तहत शुरू किया जाएगा। इसको लेकर यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) और अनारक्षित टिकट प्रणाली (यूटीएस) काउंटर पर उपयोग होने वाले डाट मैट्रिक्स प्रिंटर को बदलकर लेजर प्रिंटर लगाया जाएगा, ताकि क्यूआर कोड टिकट पर छप सके।

    रेलवे से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि तत्काल व भीड़ वाले स्टेशनों पर दलाल आए दिन आम यात्रियों को फर्जी टिकट देकर ठग लेते हैं। जब ट्रेन में टिकट की जांच होती है तो बात खुलती है। ऐसी स्थिति में यात्री की परेशानी बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए ही रेलवे द्वारा अब पीआरएस व यूटीएस टिकट पर क्यूआर कोड अंकित किया जाएगा।

    उन्होंने बताया कि इस कोड को स्कैन कर यात्री से जुड़ी सारी जानकारी ली जा जा सकेगी। साथ ही किस स्टेशन से कहां के लिए टिकट है, किसके लाग-इन से बना है, उसका समय क्या है आदि का भी पता चल जाएगा।

    यह व्यवस्था दक्षिण-पश्चिम रेलवे, मध्य रेलवे और पूर्व मध्य रेलवे में साल के अंत तक ट्रायल के रूप में शुरू की जा सकती है। इसके बाद सभी रेलवे जोन में इसे शुरू किया जाएगा।

    अभी ऑनलाइन पीआरएस टिकट पर क्यूआर कोड की है सुविधा

    ऑनलाइन टिकट में धांधली को रोकने के लिए रेलवे ने जुलाई, 2020 में आनलाइन टिकट पर क्यूआर कोड की सुविधा उपलब्ध कराई थी। रेलवे की स्वायत्त संस्था सेंटर फार रेलवे इनफारमेशन सिस्टम (क्रिस) ने इसे शुरू किया था।

    इसमें जब यात्रियों के टिकट की सफल बुकिंग होती है तो उनके मोबाइल नंबर पर क्यूआर कोड का एक यूआरएल युक्त एसएमएस भेजा जाता है। इस पर क्लिक करते ही यात्री से जुड़ी सारी जानकारी उपलब्ध हो जाती हैं। इससे टीटीई को भी जांच में मदद मिलती है।

    मुजफ्फरपुर में 26 अगस्त को पकड़े गए थे पांच फर्जी जनरल टिकट

    मुजफ्फरपुर जंक्शन पर 26 अगस्त को जनरल क्लास के पांच फर्जी टिकट पकड़े गए थे। इस पर स्टेशन के नाम, किलोमीटर और राशि गलत तरीके से अंकित थी। इसकी जानकारी तब हुई जब टिकट लौटने के लिए दो यात्री काउंटर पर पहुंचे। फर्जी टिकट के शक पर काउंटर से इसकी सूचना रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को दी गई, लेकिन तब तक दोनों व्यक्ति फरार हो गए।

    यूटीएस और पीआरएस के काउंटर टिकट पर क्यूआर कोड की सुविधा देने के लिए रेलवे बोर्ड विचार कर रहा है। रेलवे इसे पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू करेगा। बाद में देशभर में यह व्यवस्था लागू की जाएगी। इससे टिकट के नाम पर होने वाले फर्जीवाड़े पर अंकुश लगेगा। - मनीष कुमार गुप्ता, डीआरएम, मालदा

    ये भी पढ़ें- Railway News: गोरखपुर से एलटीटी के बीच 20 फेरे में चलेगी पूजा स्पेशल, यहां देखें पूरा शेड्यूल

    ये भी पढ़ें- Lucknow-Meerut Vande Bharat Express: एक स‍ितंबर से ट्रैक पर दौड़ेगी लखनऊ-मेरठ वंदेभारत, पीएम मोदी द‍िखाएंगे हरी झंडी