Bihar News: शिक्षा के क्षेत्र में नई मिसाल पेश कर रहा पूर्णिया का उन्नयन क्लासेस, यूट्यूब से कई जिलों के छात्र उठा रहे लाभ
पूर्णिया में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव हो रहा है। उच्च व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों को आइआइटी व मेडिकल की तैयारी का मौका मिल रहा है। शनिवार को पूर्णिया पहुंचे मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि लाइव उन्नयन क्लासेस से जुड़कर छात्र-छात्राएं अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। यह परिष्कृत उन्नयन बिहार के लिए एक मॉडल बनेगा।
प्रकाश वत्स, पूर्णिया। डिजिटल युग में शिक्षा में भी तेज बदलाव की रफ्तार में पूर्णिया ने भी बड़ा कदम बढ़ाया है। उच्च व उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों को वर्ग की शिक्षा के साथ-साथ आइआइटी व मेडिकल की तैयारी भी करायी जा रही है।
जिले के वैसे छात्र-छात्राएं जो बाहर जाकर आइआइटी व मेडिकल की तैयारी में असमर्थ है, वे यहां से संचालित स्मार्ट क्लास से जुड़कर अपने मंजिल की ओर बढ़ सकते हैं। यह यहां के लाइव उन्नयन क्लासेस का परिष्कृत रुप है, जो आसपास के जिलों को भी भाने लगा है।
उन जिलों के जिलाधिकारी की पहल से वहां के छात्र-छात्राओं को इस क्लासेस से जोड़ा जा रहा है। अब यह परिष्कृत उन्नयन बिहार के लिए मॉडल बनेगा और हर जिलों में इस तरह की व्यवस्था भी होगी।
शनिवार को बीस सूत्रीय की बैठक में भाग लेने पहुंचे जिले के प्रभारी सह बिहार सरकार के संसदीय कार्य व जल संसाधन विभाग के मंत्री विजय चौधरी ने शहर के जिला स्कूल परिसर स्थित इस केंद्र का जायजा भी लिया।
इससे पहले काझा कोठी के अवलोकन को पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी लाइव क्लासेस के इस रुप को देखा था।
विजय चौधरी ने कहा कि जिलाधिकारी कुंदन कुमार जब वर्ष 2014 में पूर्णिया में थे तो सरकारी बच्चों को लाइव क्लासेस से जोड़ने के लिए उन्नयन कार्यक्रम की शुरुआत की थी। बाद में सरकार ने उनके इस कार्यक्रम की खूबियों के चलते इसे पूरे राज्य में लागू किया।
उन्होंने कहा कि उन्नयन का परिष्कृत रुप पूर्णिया में उनके अथक प्रयास का परिणाम है। यह सचमुच समय के अनुसार शिक्षा व प्रतिभा के बढ़ने में आर्थिक बाधा को पाटने का यह बड़ा प्रयास है। इस रुप का लाभ आसपास के जिलों के बच्चों को भी मिल रहा है।
यूट्यूब पर क्लासेस मौजूद रहने से अलग-अलग जिलों के छात्र-छात्राएं भी इसका लाभ उठा रहे हैं। अच्छी बात यह है कि शिक्षकों का चयन व सरकारी विद्यालयों के इन योग्य शिक्षकों को उचित प्लेटफार्म मुहैया कराने से शिक्षा को रफ्तार मिलेगी।
उन्होंने कहा कि यह मॉडल अब जल्द ही पूरे सूबे का मॉडल होगा। राज्य सरकार सरकारी स्कूलों की स्वरुप बदलने को कटिबद्ध है। इसके लिए हर बेहतर कदम उठाये जा रहे हैं। बता दें कि जिलाधिकारी की पहल से ही यहां अब कृषि कार्य में ड्रोन का उपयोग हो रहा है।
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