मुखिया ने बेटी के शादी के कार्ड पर छपवाई सन आफ मल्लाह मुकेश सहनी की तस्वीर, चारों ओर बंट गया इन्विटेशन
बिहार के सहरसा जिले के एक मुखिया ने अपनी बेटी की शादी के कार्ड पर सन आफ मल्लाह मुकेश सहनी की तस्वीर और उनकी पार्टी का चिन्ह छपवाया। न चाहते हुए भी अब इस कार्ड से कइयों के फोन पर निमंत्रण पहुंच गया क्योंकि कार्ड वायरल हो गया...
संवाद सूत्र,महिषी (सहरसा): शादी-ब्याह जैसे पारिवारिक कार्यक्रम में अपने समाज और परिवार के सदस्यों को निमंत्रण कार्ड भेजने परंपरा है। निमंत्रण कार्ड के माध्यम से ही जब राजनीतिक संदेश भेजा जाए, तो थोड़ी हैरानी अवश्य होती है। ऐसा ही एक कार्ड इन दिनों चर्चा का विषय बन हुआ है। जिसमें झाड़ा गांव के बहादुर मुखिया ने अपने बेटी की शादी के लिए प्रकाशित शादी के कार्ड पर राजनेता सन आफ मल्लाह के नाम से चर्चित मुकेश सहनी की तस्वीर और उनकी पार्टी का चिन्ह अंकित करवाया। कार्ड व्हाट्स एप और इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया है। इसके बाद बेटी की शादी में सैंकड़ों की संख्या में सहनी समर्थक भी पहुंच गए।
इस संबंध में बहादुर मुखिया ने बताया कि मुकेश सहनी ने मल्लाह समाज को प्रतिष्ठा दिलाई है। जिस प्रकार से वो मल्लाह समाज के उत्थान के लिए राजनैतिक और सामाजिक प्रयास कर रहे हैं, इससे पूर्व किसी निषाद राजनेता ने नहीं किया। इसलिए उनके नजर में मुकेश साहनी निषाद समाज के लिए एक आदर्श पुरूष हैं। इसलिए उनकी तस्वीर उन्होंने बेटी के शादी के निमंत्रण पत्र पर उपर में छपवाया।
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- बता दें कि मुखिया की बेटी की शादी 13 मई को हुई।
- वायरल कार्ड के चलते कार्यकर्ताओं को लगा कि सहनी भी आएंगे।
- वहीं हर कोई प्रशंसक मुखिया को जानना भी चाहता था।
- यही वजह रही कि बड़ी संख्या में शादी में लोग शामिल हुए।
क्या कहते हैं निषाद समाज के लोग
इस संबंध में वीआईपी पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष राजाराम मुखिया ने बताया कि तस्वीर के माध्यम से निषाद समाज को एकजुट करने का संदेश भेजा गया है। वहीं पूर्व जिला परिषद सदस्य गणेश मुखिया निषाद ने बताया कि बहादुर मुखिया ने शादी के कार्ड पर मुकेश सहनी की तस्वीर छपाकर निषाद समाज में एक संदेश दिया है, जिसकी तारीफ हर निषाद करता है।
वहीं पस्तवार के मुखिया बलुर मुखिया का मानना है कि राजनीति के क्षेत्र में मुकेश सहनी को जो मुकाम मिला वो अन्य किसी निषाद नेता को नहीं मिल सका। अपने समाज के प्रति उनके त्याग, समर्पण और संघर्ष के कारण आज वो हर निषाद के दिल में रहते हैं और लोग उन्हें अपना आदर्श मानने लगे हैं।